कोचिंग क्लास की ऑनलाइन कोर्स की वीडियो हैक कर बेचने वाले गैंग के एक आरोपी को दबोचा

आईएएस कोचिंग संस्थान के संचालक की शिकायत पर साइबर सेल ने की कार्रवाई

Meerut। मेरठ पुलिस ने ऑनलाइन क्लास हैक कर उनके वीडियो अपने नाम से बेचने गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग एक आईएएस कोचिंग संस्थान के ऑनलाइन कोर्स के वीडियो चुराकर उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में आईएएस, आईपीएस, पीसीएस की तैयारी करने वाले छात्रों को ऑनलाइन क्लास के जरिए शेयर करता था। जिसके एवज मोटी रकम तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स से वसूलता था।

ये है मामला

दरअसल, एसपी क्राइम राम अर्ज ने बताया कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कार्यरत एक नामी आईएएस कोचिंग संस्थान के प्रबंधक ने साइबर सेल में शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि कोरोना के चलते लॉकडाउन के कारण मेरठ में अपने घर से ही संस्थान की ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर रहे थे। 16 अक्तूबर को मेरठ पुलिस के पास लिखित शिकायत दर्ज की थी कि टेलीग्राम पर एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो उनके संस्थान के ऑनलाइन कोर्स के वीडियो चुराकर अवैध रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में आईएएस, आईपीएस, पीसीएस की तैयारी करने वाले छात्रों को ऑनलाइन क्लास के जरिए शेयर करता है। जिससे संस्था में कार्यरत अध्यापकों तथा स्टाफ की आजीविका खतरे में पड़ गई है। जब शिकायतकर्ता ने स्वयं ग्राहक बनकर उस गैंग से बात की तो दो ठगों ने पेमेंट के लिए अपना यूपीआई नंबर दिया और कोर्स की वीडियो शेयर करने के नाम पर अपने अकाउंट मै पैसे डलवा लिए। साइबर सेल टीम की जांच में सामने आया कि इस प्रकार क्लास हैक कर ठगी करने वाला एक ही आरोपी मुरारीलाल पुत्र बारूमल गर्ग है, जो हरियाणा के हिसार का निवासी है। वह अलग-अलग फेक टेलीग्राम एकाउंट्स (जैसे जतिन, शुभम बंसल, सौरव पाल, हरीश, गवर्नमेंट जॉब मेरा सपना) के माध्यम से सक्रिय है और इस गैंग का मुख्य कर्ता-धर्ता है। वह गूगल ड्राइव और पेन ड्राइव जैसे साधनों से कक्षाओं के वीडियो बेचने व शेयर करने में सक्रिय था। जब साइबर सेल टीम पुलिस के साथ उसके घर पर दबिश दी तो वह मौके से फरार हो गया। अब साइबर क्राइम ब्रांच उन सभी एकाउंट्स की भी जांच कर रही है, जिनसे मुरारीलाल के यूपीआई एकाउंट में पैसा जमा कराया गया है।

लाखों रूपये का लेन-देन

जांच के दौरान पुलिस को पता चला की मुरारीलाल के अकाउंट में लाखों रुपए का लेन-देन हुआ है। मुरारीलाल पर दिल्ली व पंजाब में भी ठगी व धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं। झंासी का रहने वाला अनुज वर्मा भी ऑनलाइन ठगी में सक्रिय था। जिसको सíवलांस सेल टीम द्वारा गिरफ्तार करने पर जानकारी मिली कि उसका असली नाम अनुपम श्रीवास्तव है। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कुबूल कर लिया और इस मामले में सरकारी गवाह बन गया। उसने भी बताया कि इस पूरे कारोबार का सूत्रधार मुरारीलाल ही है जो जतिन समेत कई अन्य नामों से भी सक्रिय है।

कई राज्यों में है नेटवर्क

हिसार के न्यू मॉडल टाउन निवासी मुरारीलाल पुत्र बारूमल गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी, कॉपीराइट एक्ट और आईटी एक्ट के तहत नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ठगी के मास्टर माइंड अभियुक्त मुरारी लाल पर 25 हजार का इनाम भी घोषित है। ऑनलाइन क्लास हैकिंग करने वाले इस गैंग में शामिल बाकी बदमाशो को भी जल्दी गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive