जब निर्माण अवैध, तो नक्शा पास कैसे
- बिजनेस पार्क का नक्शा पास कर, निर्माण कार्य को मान रहा अवैध
- बिजनेस पार्क को लेकर विभाग अधिकारियों की अलग राय Meerut: एमडीए की माया भी अजब-गजब है। प्राधिकरण ने जिस प्रोजेक्ट का नक्शा पास किया उसी प्रोजेक्ट पर हो रहे निर्माण को अवैध बताते हुए प्राधिकरण के कुछ अफसर निर्माण को रुकवाने की बात कर रहे हैं। मामला सुपरटेक चौराहा स्थित रिठानी माइनर से लगे बिजनेस पार्क से जुड़ा हुआ है। क्या है मामलादरअसल, सुपरटेक चौराहा स्थित रिठानी माइनर के पास रेल प्रो इन्फ्रा डेवलपर 7भ् हजार वर्ग मीटर में को बिजनेस पार्क डेवलप कर रहा है। इस प्रोजेक्ट का नक्शा एमडीए ने ख्0क्क् में यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि प्रोजेक्ट से लगी इनर रिंग पर अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि इसी प्रोजेक्ट को एमडीए ने ख्0क्ब् में यह कहते हुआ पास कर दिया कि इनर रिंग रोड पर काम शुरू हो चुका है। वो बात अलग है कि अभी इनर रिंग रोड शहर के लिए दूर की कौड़ी है। मामले में नया खेल यह है कि एमडीए के मानचित्र विभाग ने तो इसका नक्शा पास कर लिया, लेकिन प्रवर्तन विभाग इस पर हो रहे निर्माण को अवैध होने की हामी भर रहा है। यहां तक कि प्रवर्तन देख रहे जोनल अफसर ने प्रोजेक्ट पर चल रहे निर्माण को जल्द रुकवाने की बात भी कही है।
नक्शा वैध पर निर्माण अवैध बिजनेस पार्क को लेकर एमडीए अफसरों में ही विरोधाभास दिखाई दे रहा है। एमडीए के मानें तो यहां यह बात समझ से परे है कि यदि एमडीए ने प्रोजेक्ट का नक्शा पास कर दिया है तो फिर उस पर निर्माण कार्य अवैध कैसे है और यदि निर्माण कार्य अवैध है तो फिर नक्शा पास किस तरह किया गया। बिजनेस पार्क यदि काम चल रहा है तो उसको रुकवाया जाएगा। नोडल और जेई को निर्देशित कर इसकी रिपोर्ट मांगी जाएगी। आशु मित्तल, जोनल अधिकारी एमडीए