अपर नगर आयुक्त ने किया जलकल व जल निगम के अधिकारियों के साथ निरीक्षण

सीएफएल टैंक में जमा मिली सिल्ट, प्लांट पर गंदगी व पुताई का नामो-निशान तक नहीं

Meerut। भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई एक माह बाद भी पूरी नहीं हो सकी। जिसके चलते शहर को अभी एक सप्ताह गंगाजल आपूर्ति नहीं हो पाएगी। शनिवार को निरीक्षण में पहुंचे नगर निगम, जलकल और जल निगम के अधिकारियों को प्लांट के सीएफएल टैंक में सिल्ट व एक माह पूर्व का पानी जमा मिला। वहीं टैंकों में पेंट तो छोडि़ए, अभी तक प्लांट की पुताई तक नहीं हो पाई है।

जताई नाराजगी, तलब किया

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर अव्यवस्थाएं मिलने पर अपर नगर आयुक्त श्रद्धा शांडिल्यायन ने नाराजगी जताई। इस बाबत कार्यदायी संस्था के अधिकारियों व ठेका एजेंसी के प्रतिनिधियों को भी सोमवार को तलब किया है। निरीक्षण में उनके साथ सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह, महाप्रबंधक जल रतनलाल, अधिशासी अभियंता यांत्रिकी जल निगम अमित सहरावत और जलकल के सहायक अभियंता सुनील कुमार मौजूद थे। देर शाम अधिकारियों ने निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की, जो सोमवार को नगर आयुक्त मनीष बंसल के सामने रखी जाएगी। महाप्रबंधक जल रतनलाल का कहना है कि अभी प्लांट की 40 फीसद सफाई ही हुई है। पुताई और टैंकों में पेंट समेत कई सारे काम बाकी है। गंगाजल आपूर्ति बहाल होने में कम से कम 10 दिन और लगेंगे। मालूम हो कि प्लांट का संचालन व रख-रखाव जल निगम नगर इकाई और ठेका एजेंसी टीएल इंफ्रा के जिम्मे है। गौरतलब है कि सफाई के लिए गंगनहर से पानी एक माह पहले बंद हुआ था। मगर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई धीमी गति से हो रही है। प्लांट चालू न हो पाने से शहर की लगभग 10 लाख आबादी नलकूपों की जलापूर्ति पर आश्रित है।

Posted By: Inextlive