दरोगा की पिटाई का वीडियो वायरल होते ही पुलिस आई एक्शन में

शुक्रवार रात ही चौकी इंचार्ज को किया गया लाइन हाजिर

भाजपा पार्षद पर अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज कर भेजा जेल

Meerut। मोहिद्दीनपुर चौकी इंचार्ज को कंकरखेड़ा बाईपास पर स्थित ब्लैक पेपर रेस्टोरेंट में चांटे मारने वाले भाजपा पार्षद को पुलिस ने गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, दूसरी ओर एसएसपी ने मोहिद्दीनपुर चौकी इंचार्ज को भी लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि पुलिस पर हाथ उठाने वाले को बक्शा नहीं जाएगा।

थाने में जुटे भाजपाई

भाजपा पार्षद मिंटू उर्फ मनीष चौधरी की गिरफ्तारी के बाद शनिवार सुबह से ही कंकरखेड़ा थाने में सैंकड़ों भाजपा नेता और व्यापारी थाने पहुंचे। पुलिस का घेराव करके नारेबाजी की। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस दरोगा के पक्ष में कार्रवाई कर रही है। जबकि दरोगा व उसके साथ महिला वकील नशे में होटल में तोड़फोड़ कर रही थी। साथ ही व्यापारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि कंकरखेड़ा पुलिस ने दरोगा सुखपाल व महिला वकील का मेडिकल कराकर रात में ही उन्हें थाने से छोड़ दिया। जबकि भाजपा पार्षद मिंटू उर्फ मनीष चौधरी को थाने की हवालात में बंद रखा।

एसपी सिटी ने संभाला मोर्चा

दोपहर करीब 1 बजे कंकरखेड़ा थाने में पहुंचे एसपी सिटी रणविजय सिंह ने कंकरखेड़ा थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि छानबीन में निकलकर आया है कि शुक्रवार देर शाम आठ बजे मोहिउद्दीनपुर चौकी इंचार्ज सुखपाल सिंह परतापुर थाने में दहेज अधिनियम की विवेचना के लिए एक महिला के बुलाने पर बाईपास स्थित होटल ब्लैक पेपर में गए थे। वहां पर होटल के मालिक मिंटू उर्फ मनीष चौधरी व उसके साथियों ने उनके साथ मारपीट व गाली-गलौज की। इसके बाद उन्हें होटल के कमरे में बंधक बना लिया था। एसपी सिटी ने बताया कि अधिवक्ता दीप्ती चौधरी की तरफ से 395 और 354 और दरोगा सुखपाल सिंह की तरफ से धारा 395/342/332/353 के तहत पार्षद मनीष पंवार पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जा रहा है।

गाड़ी से उतारने का प्रयास

इसके बाद भाजपा नेताओं और व्यापारियों का हंगामा अचानक बढ़ गया। हंगामे के दौरान जब पुलिस पार्षद को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाने लगी तो भाजपा नेताओं और व्यापारियों ने पार्षद को पुलिस की गाड़ी से उतारने का प्रयास भी किया गया। जिसके बाद एसपी सिटी ने और पुलिस ने लाठी फटकार भीड़ और व्यापारी नेताओं को खदेड़ा। साथ ही कहा कि तोड़फोड़ कि तो आप समझ लेना। विरोध करना है तो लिखित में दीजिए।

अन्य पर भी कार्रवाई

पुलिस का कहना है कि आरोपी पार्षद मनीष चौधरी को थाने से पेशी पर ले जाते वक्त पुलिस की सरकारी बुलेरो रोकने के मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई का मन बना लिया है। थाना पुलिस के इंस्पेक्टर विनय कुमार आजाद का कहना है कि उन्होंने वीडियो फुटेज के जरिए बुलेरो रोकने वालों को चिन्हित करना शुरू किया। इन सभी पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

वीडियों से मचा बवाल

इस सारे वाक्या को रेस्टोरेंट में खाना खा रहे बाकी लोगों ने अपने कैमरे में शूट कर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। इसी बीच वीडियो वायरल होने से पुलिस दरोगा को बचाने में लग गई तो व्यापारी नेता पार्षद के लिए एकजुट होने लगे। फिर क्या था पूरी रात थाने में हंगामा हुआ। बीजेपी के नेताओं और व्यापारियों ने पार्षद को छुड़ाने के लिए थाने में हंगामा किया लेकिन पुलिस ने किसी की ना मानी। यहां तक कि थाने में बीजेपी के विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल भी पहुंचे लेकिन उनकी भी एक ना सुनी गई।

कई वीडियो वायरल

दरोगा के साथ मारपीट के कई वीडियो वायरल हुए है। एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दरोगा झगड़ा होने पर पहले अपनी रिवाल्वर निकाल रहा है। इसके बाद महिला वकील भी काफी गाली गलौच, मारपीट व तोड़फोड़ कर रही है।

रेस्टोरेंट व जिम की जांच

एसपी सिटी रण विजय सिंह का कहना है कि आरोपी मनीष चौधरी का रेस्टोरेंट और जिम की भी जांच होगी, मानकों के विपरीत न मिलने पर कार्रवाई होगी।

आरोपी पार्षद पर महिला अधिवक्ता और दरोगा की तरफ से संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। आरोपी दरोगा पर भी दूसरे पक्ष की तहरीर के बाद मामले की जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

अखिलेश कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive