सीसीएसयू में आयोजित किया गया कवि सम्मेलन और मुशायरा

नामचीन कवियों ने कविताएं सुनाकर बांधा समां

Meerut । पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के मौके पर सीसीएसयू में साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की ओर से शुक्रवार को नेताजी सुभाष चंद्र प्रेक्षागृह में कवि सम्मेलन व मुशायरा आयोजित किया गया। इसका शुभारंभ कुलपति प्रो। एनके तनेजा व प्रोवीसी वाई विमला ने किया। इस दौरान कवियों ने अपनी कविताओं के जरिए तालियां बटोरी।

नामचीन कवि पहुंचे

इस दौरान अंतराष्ट्रीय कवि डॉ। हरिओम पवार ने धारा 370 हटाए जाने पर कवि पढ़ी। उन्होंने सुनाया कि जहां तिरंगा नहीं होगा उनकी खैर नहीं होगी। उनके इस गीत पर जमकर तालियां बजीं। कवि सुमनेश सुमन ने सुनाया कि जरूरत है वतन को ये जवानी काम आएगी, इबादत वतन की और वतन को याद आएगी। कशिश मुरादाबादी ने पढ़ा कि जो मिट गया देश पर वो मेरा ही गरूर था, जो लड़ रहा सरहद पर वो मेरा ही सिंदूर था। इस कविता ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर फखरी मेरठी, खुशीद हैदर, डॉ सीता सागर, हास्य कवि दिनेश रघुवंशी

आदि ने कविताएं सुनाकर तालियां बटोरी। इस दौरान प्रो। विघ्नेश त्यागी, प्रो। पीके मिश्रा, डॉ। रूप नारायण, प्रो। वीरपाल, डॉ। असलम जमशेदपुरी, प्रो। पीके मिश्रा, डॉ। रूप नारायण, डॉ। राजीव सिजेरिया आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive