मिनी एम्स के सपने पर कोविड का साया
एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में पीएमएसएसवाई के तहत तैयार हुआ था सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक
150 करोड़ का मिनी एम्स बन गया कोविड हॉस्पिटल Meerut। जिले में एम्स जैसी सुविधाएं पाने का मरीजों का सपना फिलहाल कोविड-19 संक्रमण ने छीन लिया है। 150 करोड़ की लागत से एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में पीएमएसएसवाई के तहत तैयार सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक शुरू होने से पहले ही कोरोना की भेंट चढ़ गया। इतना ही नहीं, इसे कोविड-19 लेवल-3 अस्पताल में तब्दील किया जा चुका है। एक बार फिर दिल्ली, मुंबई जैसे इलाज की सेवाएं पाने के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। नहीं शुरू हो सकी सुविधाप्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में मरीजों को हाईटेक इलाज देने के लिए 2016 में नींव रखी गई थी। पिछले डेढ़ साल में बिल्डिंग बनकर तैयार भी हुई। युद्धस्तर पर काम भी चला लेकिन लगातार कमियों के चलते बिल्डिंग का उद्घाटन नहीं हो पाया। 2019 में इसे लेकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन को शासन से लेट-लतीफी के चलते फटकार भी पड़ी। जिसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि 2020 में यहां मरीजों को इलाज मिलना शुरूहो जाएगा। मगर अब कोविड-19 संक्रमण के चलते फिलहाल यहां इलाज शुरू करना संभव नहीं है।
ये मिलनी थी सुविधाएंकिडनी के मरीजों के लिए नेफ्रोलॉजी ओपीडी व नेफ्रोसर्जरी
दिमागी मरीजों के लिए न्यूरोलॉजी ओपीडी व न्यूरोसर्जरी दिल के मरीजों के कार्डियोलॉजी विभाग बच्चों के लिए पीडियाट्रिक ओपीडी व पीडिया सर्जरी जले हुए मरीजों के लिए रिकंस्ट्रक्टिव व प्लास्टिक सर्जरी दिल की सर्जरी के कार्डियोथोरोसिक व वस्कुलर सर्जरी कैंसर के मरीजों के लिए रेडियोलॉजी थेरेपी दिल के मरीजों की जांच के लिए कैथ लैब सात आपरेशन थिएटर 40 बेड की आइसीयू होगी कैंसर रेडिएशन ट्रीटमेंट के लिए लीनियर एक्सलरेटर 160 बेड की क्षमता, 7 ओटी सुपर स्पेशिएलिटी विंग में 160 बेड की क्षमता है। ब्लॉक को 150 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया गया है। 7 माड्यूलर ओटी हैं। हर ओटी के लिए 5-5 बेड वाले आईसीयू भी तैयार किए गए हैं। बर्न यूनिट पूरी तरह बैक्टीरिया फ्री है। एमसीआई के मानकों के अनुसार यहां 70 करोड़ से ज्यादा कीमत के उपकरण लगाए गए हैं। सुपर स्पेशिएलिटी विंग में कोविड-19 अस्पताल चल रहा है। ऐसे में फिलहाल यहां दूसरी सुविधाएं शुरू नहीं की जा सकती हैं। मरीजों के लिए पुरानी ओपीडी में ही फिलहाल नेफरो, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी के मरीजों के लिए ओपीडी की सेवाएं शुरू की गई हैं।डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज