- मामला शांत होने के बाद भी डर बरकरार

- घर से बाहर निकलने में लोग कर रहे हैं परहेज

Meerut: लिसाड़ी गांव में हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद भले ही मामला शांत हो गया हो, लेकिन अब भी लिसाड़ी के लोग खौफ के साए में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। दो दिन बीत जाने के बावजूद माहौल सामान्य नहीं हो सका है। तनावपूर्ण शांति में पुलिस सुरक्षा में दोनों संप्रदाय के लोग रह रहे हैं।

क्या था मामला

लिसाड़ी गांव में अभिषेक गुर्जर पुत्र राकेश गुर्जर के बेटे का जन्मदिन था। जन्मदिन की तैयारियां जोरो पर चल रही थी। आने-जाने वाले लोगों का दौर चल रहा था। रात करीब आठ बजे घर के सामने बनी मस्जिद में लाउड स्पीकर के माध्यम से कुछ लोग चंदे की मांग कर रहे थे। इस दौरान पहले तो राकेश ने बच्चे के जन्मदिन का हवाला देते हुए स्पीकर की आवाज हल्की करने की मांग की थी। फिर राकेश के बेटे अभिषेक भी मौके पर पहुंचे और मस्जिद में ताला लगाने की बात कह दी थी। जिसके बाद दूसरे संप्रदाय के लोगों ने पथराव और फायरिंग कर दी थी। जिसमें तीन लोग घायल भी हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को जेल भेज दिया है, जबकि कईयों के खिलाफ नामजद मुकदमा कायम किया था।

डरे हुए हैं लोग

सांप्रदायिक बवाल होने से लिसाड़ी के लोग काफी डरे हुए हैं। अब भी लोग रुटीन में नहीं आ सके हैं। पुलिस प्रशासन भी हालात को नार्मल करने में विफल साबित हो रहा है।

चिन्हित किए जाएंगे आरोपी

पुलिस अब उन पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारियों में है। जिनके खिलाफ नामजद मुकदमा तो कायम हो गया है, लेकिन आरोपी बाहर घूम रहे हैं। पुलिस का कहना है कि बवालियों को चिन्हित किए जाने का काम शुरू कर दिया गया है, जल्द ही आरोपियों को जेल भेज दिया जाएगा।

इन्होंने कहा

बवालियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुकदमा कायम कर लिया है, अब सभी आरोपियों का चिन्हित कर जेल भेजा जाएगा।

रवेंद्र यादव

एसओ

लिसाड़ी गेट

Posted By: Inextlive