लॉकडाउन में मुंगेर से आने वाली पिस्टलों पर लगी रोक

लोकल मेड तमंचों से वारदातों को अंजाम दे रहे बदमाश

गत दिनों पकड़े गए सभी बदमाशों से मिले 315 बोर के तमंचे

Meerut। चार महीने के लॉकडाउन ने बदमाशों का धंधा मंदा कर दिया है। मुंगेर से होने वाली पिस्टलों की सप्लाई पर पूरी तरह प्रतिबंध लग गया है। ऐसे में छोटे से लेकर बड़ा बदमाश तक लोकल मेड तमंचे का इस्तेमाल कर लूट, डकैती और हत्या की वारदातों को अंजाम दे रहा है। गौरतलब है कि गत दिनों एनकाउंटर में जितने भी बदमाश दबोचे गए उनके पास से पुलिस को तमंचे ही बरामद हुए हैं।

लॉकडाउन में सप्लाई बंद

सूत्रों की मानें तो जरायम की दुनिया में 9 एमएम, .32 एमएम और .30 एमएम पिस्टलों का अपना रसूख होता है। मगर लॉकडाउन ने बदमाशों के इस रसूख को फिलहाल खत्म कर दिया है। दरअसल, मुंगेर से होने वाली पिस्टलों की सप्लाई पिछले चार माह करीब से पूरी तरह बंद है। इसलिए बदमाश रार्धना, सरधना, मवाना, किठौर, खरखौदा और लिसाड़ी गेट में बनने वाले तमंचों से क्राइम ग्राफ को चढ़ाने में लगे हैं। दरअसल, इन इलाकों में कई बार अवैध हथियारों की फैक्ट्री पहले भी कई बार पकड़ी जा चुकी हैं। मगर एक फैक्ट्री बंद होती है तो तीन और खुल जाती है।

तमंचा मनमाफिक और सस्ता

सूत्रों की मानें तो पिस्टल बदमाशों को महंगी पड़ती है और तमंचा लोकल मेड होने की वजह से बदमाशों को सस्ते में मिल जाता है। साथ ही बदमाश इन्हें अपने मनमाफिक भी बनवा लेते हैं। दरअसल, अवैध हथियारों की फैक्ट्री में बदमाशों के ऑर्डर पर लंबी नाल और छोटी नाल के तमंचे बनाए जाते हैं। वहीं इनमें लकड़ी का मुट्ठा पतला रखना है या मोटा ये तक बदमाश तय करते हैं। इतना ही नहीं एक बेसिक सिंगल शॉट 700 रूपये का तमंचा दो से ढाई हजार रूपये ख्रर्च कर मनमाफिक रूप से तैयार करवाया जा सकता है। तमंचे का रेट बढ़ने के साथ ही उसके शॉट की गारंटी बढ़ जाती है।

315 बोर के अलग-अलग तमंचों के रेट

2000 से 3000 - हजार रूपये में लंबी नाल का तमंचा (15 शॉट)

1500 से 2000 - हजार रूपये में छोटी नाल का तमंचा (10 शॉट)

700 से 1400 - हजार रूपये में सिंगल शॉट तमंचा

मुंगेर मेड पिस्टलों की सप्लाई पर प्रतिबंध

20-25 हजार रूपये - 9 एमएम

15-20 हजार रूपये - .30 एमएम

10-15 हजार रूपये - .30 एमएम

यहां पकड़ी जा चुकी हैं अवैध हथियारों की फैक्ट्रियां

रार्धना

सरधना

मवाना

किठौर

खरखौदा

लिसाड़ी गेट

पुलिस की रिपोर्ट तैयार

पुलिस के सूत्रों की मानें तो गत दिनों जितने भी बदमाश पकड़े गए हैं, उनकी पास से तमंचे बरामद हुए हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने बदमाशों से सख्ती से पूछताछ कर उनके क्षेत्रों में चल रही अवैध हथियारों की फैक्ट्री और उनके क्षेत्र में एक्टिव अवैध हथियारों के सप्लायर्स की एक लिस्ट तैयार की है। लिस्ट के मुताबिक आसपास के क्षेत्रों में जिला पंचायत चुनावों को लेकर भारी मात्रा में अवैध रूप से तमंचे तैयार किए जा रहे हैं। पुलिस भी इन पर शिकंजे की तैयारी कर रही है।

हाल ही में बदमाशों से बरामद हुए 315 बोर के तमंचे

23 जुलाई

सरूरपुर पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें बदमाश सलीम उर्फ शेख चिल्ली पकड़ा गया था, इसके पास से 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ था। आरोपी मेरठ समेत अन्य जिलों में लूटपाट और डकैती की वारदात को अंजाम दे चुका है।

21 जुलाई

ब्रह्मपुरी पुलिस ने 20 हजार के ईनामी बदमाश परवेज निवासी शास्त्रीनगर को गिरफ्तार किया था, इसके कब्जे से 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ था। आरोपी के खिलाफ ठगी , लूट समेत कई मुकदमे दर्ज है।

21 जुलाई

परतापुर पुलिस की हिस्ट्रीशीटर राहुल उर्फ काला निवासी सोतीगंज से मुठभेड़ हुई थी। आरोपी के खिलाफ चोरी और लूट के वाहनों के कटान करने के मुकदमे थे। आरोपी के पास से 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ है।

18 जुलाई

कंकरखेड़ा पुलिस की कुख्यातज बदमाश पंकज निवासी कंकरखेड़ा के साथ मुठभेड़ हुई थी, आरोपी के कब्जे से 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ था। आरोपी के खिलाफ लूट और चोरी के कई मुकदमे कायम थे।

27 जून

टीपी नगर में बाप-बेटी की हत्या कर दी गई थी। यह हत्या भी 315 बोर के तमंचे से की गई थी। सभी बदमाशों के द्वारा 315 बोर का असलहा प्रयोग किया जा रहा है।

20 जुलाई

पुलिस ने बदमाश उधम सिंह, योगेश भदौडा और लीलू करनावल के घर पर अवैध हथियारों की सूचना पर दबिश दी थी। तीनों बदमाशों के घर से भारी मात्रा में 315 बोर के तमंचे, 312 बोरी की बंदूक और राइफल बरामद हुई थी।

315 बोर तमंचे की खासियत

फैक्ट्री में इसे बनाने में आसानी होती है।

आर्डर देने पर आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

आवश्यकतानुसार नाल का साइज रखने में आसानी होती है

तीन रूपये की कीमत में तैयार हो जाता है मनमाफिक तमंचा।

315 बोर का तमंचा दिखने में सुन्दर लगता है। इसे रखने में आसानी होती है।

अब बड़े हों या छोटे सभी बदमाशों के कब्जे से 315 बोर के तमंचे बरामद हो रहे हैं। सभी से पूछताछ के आधार पर जिले में चल रही अवैध हथियारों की फैक्ट्री पर शिकंजा कसने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही जिले में एक्टिव एक-एक हथियार सप्लायर को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ

Posted By: Inextlive