28 सितंबर को साइट इंजीनियर पर कुछ लोगों ने किया था हमला

जल निगम के अधिकारी समाधान निकालने नहीं दिखा रहे गंभीरता

Meerut। ढवाई नगर से काजीपुर होते हुए कमालपुर स्थित 72 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक जाने वाली मुख्य सीवर लाइन का काम सात दिन से बंद है। साइट इंजीनियर पर हुए हमले के बाद से ठेका एजेंसी के लोग काम शुरू करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। जिससे अमृत मिशन का काम पिछड़ रहा है।

ये है मामला

28 सितंबर को ठेका एजेंसी एलसी इंफ्रा के साइट इंजीनियर अखिलेश सागर रात में सराय काजी के समीप रिंग रोड पर मुख्य सीवर लाइन का काम करा रहे थे। तभी कुछ लोग आए और लाठी-डंडों से उन्हें पीटना शुरू कर दिया था। इस हमले में साइट इंजीनियर के सिर में काफी चोटें आई थी। इसके बाद अन्य कर्मचारी काम छोड़कर भाग गए थे। उस दिन से काम बंद पड़ा है। ठेका एजेंसी के साइट इंजीनियर के अनुसार सराय काजी में करीब 22 मीटर जमीन को लेकर विवाद की स्थिति है। जबकि घोसीपुर में 70 मीटर जमीन का विवाद है। सरायकाजी में मारपीट करने वालों ने काम न करने की धमकी दी है, जिसके बाद से काम बंद है। मुख्य सीवर लाइन को 72 एमएलडी एसटीपी से जोड़ा जाना है। जिस जगह काम रोका गया है, उस स्थान से एसटीपी की दूरी 200 मीटर है। एसटीपी तक शहर के जोन छह के अंतर्गत आने वाले मोहल्लों का सीवेज मुख्य सीवर लाइन से ही पहुंचना है। इस लिहाज से यह काम समय से पूरा होना जरूरी है।

जल निगम बेपरवाह

सात दिन से मुख्य सीवर लाइन का काम बंद है। ठेका एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर लिखित में पत्र दे चुके हैं कि जब तक कार्यस्थल पर सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाती तब तक काम नहीं हो पाएगा। मगर जल निगम के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

सरायकाजी के पास काम रोका गया है। जमीन का कोई विवाद नहीं है। आवास-विकास परिषद की जमीन है। रिंग रोड किनारे सीवर लाइन डाली जानी है। कुछ लोग जबरदस्ती अड़ंगा लगा रहे हैं। जल्द ही मसले को हल कर काम शुरू कराया जाएगा।

रमेश चंद्रा, परियोजना प्रबंधक, जल निगम

Posted By: Inextlive