बीते एक दशक में शहर के मार्केट में आया खासा बदलाव

गारमेंट, ज्वैलरी, फुटवियर आदि ब्रांडेड आइट्म्स अब सहजता से उपलब्ध

Meerut। साल दर साल मेरठ का बाजार तरक्की कर रहा है। शहर के बाजारों के दायरे से लेकर बाजार में मल्टी नेशनल कंपनियों के ब्रांड के शोरूम की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं खुद मेरठ के अपने प्रोडक्ट देश विदेश में पहचान बनाते जा रहे हैं, लेकिन इन 10 साल में सबसे अधिक फर्क मॉल कल्चर के विकास समेत फूड चेन और ऑनलाइन डिमांड में आया है। दस साल पहले जहां ऑनलाइन प्रोडक्ट की खरीद और होम डिलीवरी जहां लोगों की पहुंच से दूर थी, वहीं, इन दस सालों में वह सहज हो गई है। यानि की मोबाइल के जरिए अपनी पसंद की ड्रेस से लेकर पसंदीदा फूड घर बैठे मंगाना शुरु कर दिया है। हालांकि, इससे लोकल बाजार को नुकसान भी हो रहा है, लेकिन आज भी मेरठ का पैठ बाजार और लोकल मार्केट भी पहचान बनाए है।

बढ़ गया मॉल कल्चर

दस साल पहले मेरठ में मॉल के नाम पर पीवीएस, मिलांज और जीजी मॉल की शुरुआत हुई थी। इस मॉल कल्चर को मल्टीप्लेक्स सिनेमा और मैक्डोनाल्ड, बिग बाजार, विशाल मेगा मार्ट जैसे शोरुम ने अलग पहचान दी और मॉल कल्चर हिट हो गया। लोगों को एक ही छत के नीचे खाने पीने से लेकर फैंसी ड्रेस के साथ मनोरंजन के साधन मिलने शुरु हो गए और इसी के चलते मेरठ में भी मॉल की संख्या बढ़नी शुरु हो गई। पिछले दस साल में पीवीएस, मिलांज, जीजी मॉल, ईरा मॉल के साथ साथ शॉपिक्स मॉल शुरु हुए हालांकि ईरा माल अपने विवाद के चलते बंद गया लेकिन शॉपिक्स जैसे मॉल सफलता पूर्वक संचालित हो रहे हैं।

आबूलेन-शास्त्रीनगर में बदलाव

बीते दशक में ही कई नामी-गिरामी नेशनल इंटरनेशनल ब्रांडेड शोरूम ने मेरठ के बाजार में जगह बनाई। खासतौर पर शहर के प्रमुख आबूलेन और शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के ब्रांड के शोरूम खुल चुके हैं जिनके लिए ग्राहकों को दिल्ली तक जाना पड़ता था। अब ब्रांडेड आइट्म की खरीदारी आसानी से मेरठ में ही हो रही है। इन शोरूम के अलावा लोकल ज्वैलरी, गारमेंटस और इलेक्ट्रानिक्स शोरूम से बाजार अपनी पहचान बढ़ाते जा रहे हैं। इसके अलावा मॉल्स से लेकर बाजारों में कई इंटरनेशनल फूड चेन के शोरूम खुले हैं जो लोगों के बीच अपने प्रोडक्ट को लेकर आए हैं। इनमें कई ब्रांड ने तो शहर में खास पहचान भी बनाई है।

ज्वैलरी मार्केट में आया बूम

एक समय था जब मेरठ का ज्वैलरी मार्केट लाला का बाजार, नील गली और सर्राफा बाजार तक सीमित था लेकिन दस साल में इन बाजारों की तंग गलियों से लेकर मेरठ के दिग्गज ज्वैलर्स बाहर प्रमुख बाजारों में ना सिर्फ आए हैं बल्कि कई नेशनल ब्रांड के शोरूम भी मेरठ में खोले गए। इनमें तनिष्क, पीसी ज्वैलर्स, रघुनंदन जैसी कई ब्रांडेड शो रूम्स ने गोल्ड मार्केट में उड़ान भरी है।

लग्जरी कार की राह

दस साल पहले कार शोरूम के नाम पर मेरठ में गिने चुने शोरूम थे इनमें दास मोटर्स, तान्या आटोमोबाइल जैसे नाम ही विकल्प में थे। लेकिन पिछले दशक में लगभग सभी आटोमोबाइल्स कंपनी के शोरूम मेरठ में खुल चुके हैं। इसमें सबसे अधिक दिल्ली रोड पर निशान, महेंद्र, रेनोल्टी, होंडा सिटी, मारुति, हुंडई, टाटा आदि के शोरूम शामिल हैं। इसके अलावा लग्जरी कार ऑडी जैसे ब्रांड के शोरूम भी मेरठ में जल्द खुलने जा रहे हैं।

दस साल में शहर के अधिकतर बाजारों का स्वरुप काफी बदला है। ग्राहकों को हर चीज अपने ही शहर में उपलब्ध होने लगी है। बाजारों में ग्राहक बढ़ने लगे है इसलिए व्यापारी भी अपने उत्पाद को बढ़ाता जा रहा है। रोजाना नए शोरूम खुल रहे हैं।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ

ज्वैलरी कारोबार के लिए पिछला दशक काफी अच्छा रहा है सर्राफा बाजार के अलावा भी आबूलेन, शास्त्रीनगर, सदर बाजार में भी कई शोरूम खुले हैं इससे बाजार में मल्टी नेशनल ब्रांड की ज्वैलरी ग्राहकों को मिलने लगी है। इससे ज्वैलरी कारोबार का विकास हो रहा है।

सर्वेश सर्राफ, ज्वैलर्स

दस साल में शहर के बाजार में सबसे अधिक बदलाव आया है। पहले ग्राहक एक विश्वास के साथ अपनी गिनी चुनी दुकान पर जाते थे, लेकिन अब इतने सारे विकल्प और ब्रांड हैं कि ग्राहक स्थाई नही रह गया है। यह अच्छी बात है कि विकल्प अधिक मिल रहे और व्यापार भी बढ़ रहा है।

अमित अग्रवाल, शारदा रोड व्यापार महामंत्री

Posted By: Inextlive