फाइलों के 'ट्रैफिक' में फंसे प्लान
जाम से निजात के लिए फाइलों तक सीमित एमडीए, निगम की प्लानिंग
ये प्लान लागू हो जाएं तो शहर को काफी हद तक जाम से निजात मिलेगी Meerut। शहर में पाìकग की पर्याप्त व्यवस्था न होने से जाम की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। हालत यह है कि सड़कों के किनारे वाहन खड़ा करते ही जरा सी देर में जाम लग जाता है। शहर में जाम और पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए प्लान तो कई बार बने हैं, लेकिन आज तक सफल एक भी प्लान नही हो सका है। यदि शहर के कुछ जिम्मेदार विभाग प्रशासन के साथ मिलकर इन प्लान को गंभीरता से लागू करा दें तो शहर को काफी हद तक जाम से निजात मिल जाएगी। शहर में फुट ओवरब्रिज और मल्टीलेवल पार्किंग की कमीगत वर्ष जून माह में प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण ने शहर में पाìकग, फुटओवरब्रिज बनने के लिए प्रस्ताव मांगे थे। इसके बाद तत्कालीन मंडलायुक्त, डीएम, नगर आयुक्त, एमडीए वीसी व आवास विकास परिषद के अधिकारियों के बीच इस पर मंथन शुरु हुआ था और प्लान भी बनाए गए थे।
यहां बननी थी मल्टीलेवल पार्किंग कैंट स्थित बंगला नंबर 173 मेनका टॉकीज आबू नाला एमडीए परिसरबेगमपुल के पास आबू नाला
इश्तियाक अहमद, चीफ टाउन प्लान एमडीएघंटाघर के पास टाउनहॉल
मिले थे 25 करोड़ साल 2015 में तत्कालीन अखिलेश सरकार की विजन-2016 योजना के तहत मेरठ में मल्टीलेवल पाìकग के लिए 25 करोड़ आवंटित हुए थे। तब एमडीए ने घंटाघर के पास टाउनहॉल में मल्टी लेवल पाìकग बनाने का प्रस्ताव बनाया था। लेकिन इसी बीच एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में दाखिल हुई और उसके तहत टाउनहॉल को ऐतिहासिक करार देते हुए वहां पाìकग बनाने पर रोक लग गई। इसके बाद अन्य जगह पर मंथन नही हुआ और मल्टी लेवल पार्किंग के 25 करोड़ भी वापस हो गए। मेरठ महायोजना में भी मंथन मेरठ महायोजना- 2021 में भी शहर के जाम की समस्या से निजात के लिए कुछ योजना बनाई गई थी। इनमें यह लक्ष्य रखा गया था कि मुख्य मार्गो व चौराहों से 100 मीटर दूर रिक्शा या तांगा स्टैंड बनाया जाएगा। ताकि इनके कारण जाम ना लगे। इसके लिए नगर निगम, परिवहन निगम समेत सभी विभागों के बीच मंथन होना था लेकिन यह प्लान भी कागजों तक ही सीमित रह गया। आज भी ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा सड़क पर ही खडे़ रहते हैं जिससे जाम लगता है। चौराहों का साइज कम करने का प्लानगत वर्ष टै्रफिक पुलिस ने शहर के चौराहों का बड़ा साइज जाम के लिए जिम्मेदार बताया था। इसके तहत हापुड़ अड्डे की वजह से गढ़ रोड, हापुड़ रोड और गोला कुआं की ओर जाने वाले रास्ते समेत फुटबॉल चौराहा से दिल्ली रोड, बागपत रोड समेत कई रास्तों पर जाम की समस्या दूर करने के लिए इन दोनो चौराहों का साइज कम करने की योजना एमडीए के माध्यम से बनाई गई थी। लेकिन यह भी परवान ना चढ़ सकी।
स्मार्ट सिटी में भी शामिल हुए प्लान अभी तक अधूरे रहे इस प्रोजेक्ट को अब स्मार्ट सिटी परियोजना मे शामिल किया गया है। इसके तहत मल्टीलेवल पाìकग, बच्चा पार्क से तहसील तक एलीवेटेड रोड, कई चौराहों पर फुट ओवर ब्रिज आदि प्रमुख कार्य शामिल हैं। स्मार्ट सिटी के तहत प्रस्तावित मल्टी लेवल पार्किंग टाउन हाल बुढ़ाना गेट हापुड अड्डा तेजगढ़ी चौराहा जीआईसी मैदान एमडीए परिसर प्लान बहुत पर सब विफलवहीं पुलिस प्रशासन ने कई बार योजना बनाकर शहर के बाजारों को जाम मुक्त बनाने का प्रयास तो किया है लेकिन प्रयास सफल नही हो सके। इनमें हाल ही में लालकुर्ती पैंठ बाजार में अतिक्रमण हटाओ अभियान शामिल रहा। लेकिन पुलिस की सख्ती कम होते ही दोबारा पैंठ बाजार गुलजार हो गया है। ऐसा ही कुछ हाल सोतीगंज में अतिक्रमण का है। रोडवेज बस अडडे के सामने भी पुलिस रोडवेज बसों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है।
जाम के प्रमुख कारण लालकुर्ती पैंठ बाजार सोतीगंज में अतिक्रमण भैंसाली डिपो के बाहर रोडवेज बसों की कतारें केसरगंज में दुकानों के बाहर हापुड अड्डा, भूमियापुल, शारदा रोड, खैरनगर, घंटाघर में अवैध ई-रिक्शा और ऑटो का संचालन दिल्ली रोड पर ट्रांसपोर्टनगर और सब्जी मंडी के बाहर अवैध कट निगम से अधिकृत पाìकग शॉप्रिक्स मॉल कचहरी कैलाशी हॉस्पिटल सूरजकुंड पार्क टाउन हॉल मूलचंद हॉस्पिटल युग हॉस्पिटल पश्चिमी कचहरी एचडीएफसी बैंक मिमहेंस हॉस्पिटल एमडीए की ओर से पाìकग आबूनाला बिना पार्किंग के बाजार सर्राफा बाजार वैली बाजार भगत सिंह मार्केट सदर बाजार लालकुर्ती मछेरान घंटाघर खैरनगर यहां लगता है रोजाना जाम हापुड़ रोड गढ़ रोड गोला कुआं लिसाड़ी गेट चौपला भूमिया का पुल ईव्ज चौराहा बच्चा पार्क घंटाघर केसर गंज रेलवे रोड मेट्रो प्लाजा बागपत रोड कई जगह पार्किंग का डिजाइन तैयार किया गया था, लेकिन यह प्रोजेक्ट काफी महंगा था। इसलिए अब इसे स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल किया गया है। नगर निगम के सहयोग से मल्टी लेवल पार्किंग का प्लान पूरा किया जाएगा।