-अपर सचिव ने जांच की तो पूरा मामला निकला हवा-हवाई

-वीसी ने सीडीआर निकलवाने के दिए निर्देश, होगा मुकदमा

Meerut: पिछले कई दिनों ने हाई कोर्ट का जज बनकर एमडीए अफसरों का हड़का रहा व्यक्ति फर्जी निकला। एमडीए ने जब मामले की जांच की तो हाईकोर्ट में उस नाम का कोई जज नहीं निकला। मामला फर्जी निकलता देख प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने फर्जी जज की सीडीआर निकलवा कर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

हाईकोर्ट का जज निकला फर्जी

पिछले पंद्रह दिनों से एक व्यक्ति एमडीए अपर सचिव बैजनाथ को फोन कर रहा था। फोन पर व्यक्ति अपने आप को हाईकोर्ट का जज बताकर अपने परीचितों के काम करवाने की सिफारिश कर रहा था। हद तब हुई जब तथाकथित जज ने दीपक वर्मा नाम के व्यक्ति को मुख्यमंत्री का करीबी बताते हुए उसका काम कराने की सिफारिश की। मामले को संदिग्ध मानते हुए अपर सचिव बैजनाथ ने इलाहाबाद जाकर तथाकथित जज का रिकॉर्ड खंगाला। एमडीए अफसर की जांच में न तो उक्त जज का कोई सुराग मिला। मामले को फर्जी जानते हुए अपर सचिव ने इसकी जानकारी एमडीए वीसी राजेश यादव को दी।

फर्जी जज पर होगी एफआईआर

अपर सचिव की जांच रिपोर्ट के आधार पर एमडीए वीसी राजेश यादव खुद को जज बताने वाले व्यक्ति की सीडीआर निकलवाने के निर्देश दिए हैं। वीसी के मुताबिक सीडीआर के आधार पर पहचान होने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

हाईकोर्ट का जज बताकर कामों की सिफारिश करने वाला व्यक्ति फर्जी निकला। अब उस व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

-राजेश यादव, वीसी एमडीए

Posted By: Inextlive