23 अप्रैल को हुई कोरोना मरीज कीमौत, कंट्रोल रूम परिजनों को बताता रहा जिंदा है मरीज

कोविड वार्ड से लापता पिता को ढूंढने के लिए बेटी ने वीडियो के जरिए सीएम से लगाई थी गुहार

लापरवाही पर प्रिंसिपल ने बैठाई जांच, शासन ने भी तलब की रिपोर्ट

Meerut। मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल में लापरवाही और अनदेखी के तमाम मामले सामने आ रहे हैं। मगर बीते शुक्रवार हैरान कर देने वाला मामले सामने आने के बाद अस्पताल से लेकर आला अधिकारियों तक के पैरों तले जमीन खिसक गई। अस्पताल 15 दिन तक बेटी को पिता के जिंदा होने की बात कहता रहा। मगर शुक्रवार को पिता के गायब होने की बेटी की वीडियो वायरल होने के बाद शासन ने रिपोर्ट तलब कर ली। अनान-फानन में अस्पताल ने भी शनिवार को लापरवाही को देखते हुए दो सदस्यी कमेटी गठित कर दी हैं।

दो सदस्यीय टीम गठित

मेडिकल कॉलेज के प्रिसिपल डॉ। ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि दो सदस्यी जांच कमेटी बनाकर जांच करवाई जा रही है। ड्यूटी पर तैनात सिस्टर इंचार्ज और तीन डॉक्टरों की भूमिका की पड़ताल कराई जा रही है। जवाब भी मांगा गया है। यह बेहद गंभीर विषय है। दोषी स्टाफ पर सख्त करवाई होगी।

ये है मामला

बरेली निवासी संतोष नाम के एक मरीज की 23 अप्रैल को कोविड वार्ड में मौत हो गई थी। जबकि उसके परिजन को तीन मई तक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाती रही। शक होने पर परिजनों ने मेडिकल पहुंचकर खुद जांच-पड़ताल की तो पता चला की उनके मरीज का अज्ञात में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वहीं कंट्रोल रूम परिजनों को दूसरे मरीज की अपडेट संतोष बताकर देता रहा। शुक्रवार को मृतक की बेटी ने पिता की जानकारी न मिलने पर सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उसने सीएम योगी से पिता को ढूंढने की गुहार लगाई थी। वीडियो के वायरल होने के बाद प्रदेश सरकार ने भी मेडिकल प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।

ऐसे खुला मामला

अस्पताल के कोविड इंचार्ज डॉ। सुधीर राठी ने बताया कि बरेली निवासी संतोष गाजियाबाद से मेरठ में भर्ती हुए थे। उनका फोन नंबर एवं पता रिकार्ड में दर्ज नहीं था। वार्ड में एक ही नाम से कई मरीज थे। 23 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। तीन दिन तक मोर्चरी में शव रखा रहा लेकिन जब कोई लेने नहीं आया तो अज्ञात में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

दूसरे की देते रहे जानकारी

उधर कोविड कंट्रोल रूम से संतोष की बेटी को दूसरे मरीज की जानकारी उसके पिता के रूप में मिलती रही। दो दिन पहले इसी नाम के दूसरे मरीज की मौत की सूचना दी गई, जिस पर शुक्रवार को बरेली से परिवार मेरठ पहुंचा और आक्रोश जताया। इस दौरान उन्हें कोविड वार्ड का अपना मरीज पहचानने के लिए कहा गया, बाद में पुलिस उपस्थिति में अज्ञात में दर्ज चार शवों की फोटो दिखाकर शिनाख्त कराई गई। इसी दौरान लड़की ने अपने पिता की फोटो को पहचाना, इसके बाद पूरा मामला खुल गया।

Posted By: Inextlive