यूपी शासन से मेरठ समेत वाराणसी आगरा और लखनऊ मंडल में मिलेंगे लाईपोसोमल इंजेक्शन

ब्लैक फंगस से निपटने को डीएम ने जारी किए निर्देश, मेडिकल कॉलेज में वार्ड का होगा विस्तार

Meerut। जिले में ब्लैक फंगस से निपटने की तैयारी में शासन-प्रशासन जुट गए हैं। इस संबंध में डीएम ने मेडिकल प्रशासन को सभी तैयारियां मुस्तैदी से करने के निर्देश दिए हैं। शासन की ओर से मेरठ समेत चार मंडलों को दवाई रखने के लिए चुना गया है।

6000 में मिलेगी दवाई

शासन की गाइडलाइन के तहत ब्लैक फंगस के इलाज में कारगर इंजेक्शन लाईपोसोमल सिर्फ मेरठ, वाराणसी, आगरा और लखनऊ मंडल में ही दिए जाएंगे। निजी मरीजों के लिए दवा की आवश्यकता का आंकलन कमिश्नर अपर निदेशक चिकित्सा या स्थानीय राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा नामित एक्सप‌र्ट्स की 3 सदस्य टीम करेगी। जिसके बाद निजी अस्पतालों के पर्चे के साथ मरीज के परिजन सिर्फ इस चार मंडलों से ही दवाई ले सकेंगे। इसके तहत आवेदन करने पर 3 दिन की डोज एक बार में उपलब्ध करवाई जाएगी। स्थानीय रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा 6000 प्रति लाइपोसोमल इंजेक्शन वायल और 1500 रुपये प्रति इम्लशन वायल दी जाएगी। इस दौरान जो भी धनराशि अर्जित होगी, इसमें 10 फीसदी हिस्सा रेडक्रॉस अपने पास रखेग। जबकि बची हुई रकम सोसायटी द्वारा कॉरपोरेशन लिमिटेड के खाते में जमा करवा दी जाएगी।

मेडिकल कॉलेज में इलाज

शासन की ओर से जारी निर्देशों के तहत ब्लैक फंगस का इलाज सरकारी मेडिकल कॉलेज में ही किया जाएगा। इसके तहत डीएम के। बालाजी ने मेडिकल कॉलेज में अलग से बोर्ड बनाकर बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कोविड की तीसरी लहर से निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज में अलग से 500 बेड, जिला अस्पताल में 200 बेड, महिला अस्पताल में भी बेड बढ़ाने के लिए कहा है। सभी सीएचसी पर ऑक्सीजन क्षमता और बेड बढ़ाने के लिए कहा गया है। डीएम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 5 किलो लीटर का ऑक्सीजन प्लांट रिजर्व में शुरू हो गया है।

प्रशासन ने की तैयारी

बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। मेरठ में बच्चों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए डीएम ने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में 50 बैड, पीएल शर्मा जिला चिकित्सालय में 10 बेड, जिला महिला चिकित्सालय में 10 बेड,और इसके अलावा पीकू यूनिट बनाने के निर्देश दिए हैं।

Posted By: Inextlive