मेरठ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल नगरी मेरठ के सरधना में 700 करोड़ के खेल विवि की सौगत देते हुए रविवार को मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस खेल विवि के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान करीब 44 मिनट के भाषण में मेरठ समेत पश्चिमी उप्र में हुए विकास कार्यों समेत सरकार द्वारा दी गई सौगातों की गिनती करा दी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ना सिर्फ राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों से बातचीत कर उनके अनुभव और लक्ष्य जाने बल्कि मेरठ के खेल उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। शिलान्यास से पहले प्रधानमंत्री ने मेरठ में शहीद स्मारक जाकर शहीदों को नमन और औघडऩाथ मंदिर जाकर भोले बाबा के दर्शन कर आर्शीवाद लिया।

मेरठ, (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत सभी लोगों को वर्ष 2022 की शुभकामनाएं देने के साथ की। इस दौरान उन्होंने सरधना में बटन दबाकर मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि खेल विवि खेल की संस्कृति के लिए नर्सरी का काम करती है। पीएम ने कहा कि 2018 में पहला खेल विवि मणिपुर में खोला गया। आज मेरठ में मेजर ध्यान चंद खेल विवि खेल में हायर एजुकेशन का एक और सेंटर मिला है। अब यूपी में असली खेलों को बढावा मिल रहा है, अब तो यूपी के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है।

सोतीगंज का खात्मा
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सोतीगंज बाजार पर तंज कसते हुए कहा कि पहले सोतीगंज में गाडिय़ों के साथ होने वाले खेल का भी एंड हो रहा है। प्रदेश में 2017 से पहले की सरकारों के कार्यकाल में प्रदेश में अपराधी और माफिया अपना-अपना खेल खेलते थे। पहले तो यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे। इससे पहले खेलों की इज्जत नहीं होती थी। खेल के प्रति आमजन की सोच समिति हो गई थी। पहले की सरकार भी अपने खेल में लगी रहती थी। ट्रेनिंग से लेकर टीम सलेक्शन पर हर स्तर पर भाई भतीजावाद, भ्रष्टाचार और भेदभाव होता था। उस खेल का नतीजा था कि लोग पलायन को मजबूर हो गए। वहीं अब योगी आदित्यनाथ की सरकार उनके साथ जेल-जेल खेल रही है।

यूपी के ऐथनॉल की पहचान
प्रधानमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया के माध्यम से टेलेंट की पहचान की जा रही है। इंटरनेशनल खिलाड़ी बनाने के लिए हर संभव मदद की जा रही है। आज हमारे खिलाड़ी का प्रदर्शन दुनिया देख रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि योगी जी की सरकार में मिल बंद नहीं होती बल्कि उनका विस्तार होता है। नई मिल खोली जा रही हैं। यूपी गन्ने से बनने वाले ऐथनॉल में भी तेजी से आगे बढ रहा है। अकेले यूपी से ही 12 हजार करोड़ का ऐथनॉल खरीदा गया है। ग्रामीण स्तर पर भंडारण पर भी एक लाख करोड रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मेरठ में मेट्रो और रैपिड रेल भी दौड़ेगी। मेरठ में आइटी पार्क का भी लोकार्पण हो गया है। रेवडी, गजक, हैडलूम, ब्रास बैंड, आभूषण ऐसे कारोबार मेरठ की शान हैं।

Posted By: Inextlive