-डीएम गाजियाबाद ने कहा 50 को ही रखने की है व्यवस्था

-बुलंदशहर के 43 किशोर हो चुके हैं अब तक स्थानांतरित

मेरठ : सूरजकुंड स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में रह रहे गौतमबुद्धनगर के 54 किशोरों को लेने से गाजियाबाद जिला प्रशासन ने हाथ खडे़ कर दिए हैं। डीएम गाजियाबाद ने इसको लेकर मेरठ डीएम को पत्र लिखा है।

चल रही है स्थानांतरण प्रक्रिया

राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) सूरजकुंड में गौतमबुद्धनगर के करीब 54 किशोरों को भी रखा गया है। गत एक फरवरी को संप्रेक्षण गृह से 91 किशोरों के फरार होने की घटना के चलते गृह में रह रहे दूसरे जिलों के किशोरों को स्थानांतरित करने की प्रकिया चल रही है। ब़ुलंदशहर जिले के करीब 43 किशोरों को स्थानांतरित किया जा चुका है। गाजियाबाद के 44 और गौतमबुद्धनगर के 54 किशोरों को अभी गाजियाबाद में संचालित संप्रेक्षण गृह में स्थानांतरित किया जाना है।

50 को ही रखने की है व्यवस्था

किशोरों की फरारी की घटना के बाद मेरठ जिला-प्रशासन ने गाजियाबाद को यहां रह रहे किशोरों को स्थानांतरित करने के लिए लिखा है। फरारी की घटना के बाद गाजियाबाद जनपद में राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर के लिए किराए पर भवन लिया जा चुका है, लेकिन उसमें अभी अधिकतम 50 किशोरों के ही रखने की व्यवस्था है। ऐसे में यदि गौतमबुद्धनगर के 54 किशोरों को गाजियाबाद स्थानांतरित कर दिया जाता है तो मेरठ जैसी समस्या वहां भी खड़ी हो सकती है।

डीएम ने किया अनुरोध

डीएम गाजियाबाद विमल कुमार शर्मा ने प्रमुख सचिव महिला कल्याण को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि गौतमबुद्धनगर के 54 किशोरों को गाजियाबाद में स्थानांतरित न किया जाए। साथ ही डीएम पंकज यादव को भी किशोरों को स्थानांतरित न करने के लिए कहा है। उन्होंने यह आशंका भी जता दी है कि यदि गौतमबुद्धनगर के किशोरों को गाजियाबाद स्थानांतरित किया गया तो मेरठ की तरह ही उनकी फरारी अथवा मारपीट आदि की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो सकती है।

Posted By: Inextlive