मेरठ। जिले में रविवार सुबह परीक्षा से पहले टीईटी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लेकिन शामली में शनिवार देर रात ही पेपर आउट हो गया था। शामली से गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी पेपर को मथुरा से पांच लाख रुपये में खरीदकर लाए थे। पेपर को प्रति कॉपी 50 हजार रुपये में बेचे जाने की योजना थी। मगर मेरठ एसटीएफ ने आरोपियों की योजना को नाकाम कर दिया। झाल निवासी मोनू ने ही अपने एक परिचित से कम दाम में पेपर का सौदा किया था। एसटीएम ने छापा मारकर शामली से मोनू सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि मेरठ के कंकरखेड़ा से दो लोगों के भी उठाए जाने की खबर भी दिनभर चर्चा में रही। मगर एसटीएफ ने इस बाबत कोई भी जानकारी न होने की बात कही।

मेरठ, (ब्यूरो)। टीईटी का पेपर लीक कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को मेरठ एसटीएफ ने रविवार को पकड़ा। इनमें झाल, थाना कोतवाली शामली निवासी मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मलिक, बुटराड़ा थाना कोतवाली, शामली निवासी धमेंद्र पुत्र कुंवरपाल व रवि पंवार पुत्र विनोद सिंह निवासी झाल, शामली शामिल हैैं। एसटीएफ ने तीनों के पास से दो मोबाइल, 20 हजार रुपये, एक फोर्ड फीगो कार और टीईटी के नौ प्रश्न-पत्र बरामद किए हैैं। एसटीएफ के अधिकारी की मानें तो आरोपी मथुरा से पांच लाख रुपये में पेपर खरीदकर लाए थे। यह पेपर शनिवार देर रात ही शामली में आउट हो गया था। जनपद के कुछ युवाओं के पास यह पेपर रात में ही करीब 11 बजे पहुंच गया था।

50 बच्चों से सौदा
सूत्रों की मानें तो शामली में करीब 50 बच्चों से पेपर का सौदा हुआ था। प्रत्येक परीक्षार्थी को पेपर 50 से 60 हजार रुपये में दिया जाना था। सभी को पेपर की फोटो काफी उपलब्ध कराई जानी थी। यह खुलासा एसटीएफ की पकड़ में आए झाल निवासी मोनू ने किया है। उसी ने कुछ युवाओं को पेपर की फोटो काफी उपलब्ध कराई थी।

शामली से गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैैं। मेरठ से किसी के पकड़े जाने की सूचना नहीं है। आरोपी मथुरा से पांच लाख रुपये में पेपर खरीदकर लाए थे। जिसे 50 से 60 हजार रुपये में परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराया जाना था।
बृजेश कुमार सिंह, सीओ, एसटीएफ मेरठ

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