30 जुलाई तक सबसे अधिक राजस्व एकत्र किया एमडीए ने

लखनऊ और गाजियाबाद को जुलाई अंत तक पछाड़ा

633 आवेदन का निस्तारण किया ओटीएस के तहत

55 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है एमडीए को

446 आवेदनों का निस्तारण किया गया है सिर्फ लखनऊ में

204 आवेदनों का निस्तारण किया गया है गाजियाबाद में

552 आवेदनों का निस्तारण किया गया कानपुर में

4 हजार से अधिक उपभोक्ताओं पर पैसा बकाया

Meerut। लॉक डाउन में भले ही सरकारी विभाग अपने कर्मचारियों का वेतन तक निकालने में असमर्थ हो, लेकिन अनलॉक पीरियड में विभागों ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से बंपर कमाई की। वन टाइम सेटलमेंट यानि एक मुश्त योजना कुछ विभागों के लिए अनलॉक में बेहतरीन साबित हुई है। दरअसल, एमडीए की ओटीएस योजना ने समूचे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।

लखनऊ व गाजियाबाद पीछे

ओटीएस योजना इस साल फरवरी में आवास विकास और एमडीए में शुरु की गई थी। इसके तहत विभाग के बकायेदारों को बिना ब्याज अपना बकाया चुकाने का अवसर दिया गया था। यह योजना पहले 15 जून तक के लिए लागू की गई थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण इसे 30 सितंबर तक बढ़ाया गया था। ऐसे में जुलाई अंत तक एमडीए ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ और अपने पडोसी जिले गाजियाबाद को पछाड़ते हुए ओटीएस के 633 आवेदन का निस्तारण करते हुए सबसे अधिक कमाई कर ली। इन 633 बकायेदारों से एमडीए को करीब 55 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। वहीं लखनऊ में 446, गाजियाबाद में 204 और कानपुर में 552 और सर्वाधिक मेरठ में 633 मामले निस्तारित किए गए हैं।

4 हजार से अधिक बकायेदार

एमडीए का करीब चार हजार से अधिक उपभोक्ताओं पर पैसा बकाया है। ऐसे में इस साल फरवरी में लागू हुई इस योजना के तहत करीब 4000 उपभोक्ताओं में से ओटीएस के तहत ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों तरह से 900 फार्म आ चुके हैं। इसमें से 633 का निस्तारण हो चुका है। इस योजना में एकमुश्त भुगतान पर उपभोक्ताओं को 2 प्रतिशत की छूट दी जा रही है, इस 2 प्रतिशत छूट के साथ उपभोक्ता अपने पूरे बकाये को चार किश्तों में आसानी से भुगतान कर सकता है।

टॉप फाइव जिलों की स्थिति

मेरठ 633

कानपुर 552

लखनऊ 446

गाजियाबाद 204

गोरखपुर 142

ओटीएस योजना हर साल काफी सफल साबित होती है। हमारे उपभोक्ता इसका काफी लाभ उठा रहे हैं। सितंबर तक योजना लागू है उम्मीद है निस्तारण की संख्या और बढ़ जाएगी।

प्रवीण अग्रवाल, सचिव

फैक्ट

15 फरवरी से 30 सितंबर तक जारी है ओटीएस योजना

इस योजना में 4400 बकायेदारों को नोटिस भेजे जा चुके हैं

50 लाख तक की बकाया धनराशि तीन से चार महीने में तीन किश्तों में दे सकते हैं

50 लाख से ऊपर की धनराशि को सात महीने में चार किश्तों में दे सकते हैं

2 प्रतिशत छूट मिलेगी पूरी धनराशि जमा करने पर

50 लाख से ऊपर के बकायेदारों की जिम्मेदारी सचिव को सौंपी गई है ओटीएस के लिए

20-50 लाख के बीच के बकायेदारों की जिम्मेदारी संयुक्त सचिव और वित्त नियंत्रक के पास है

इस योजना के लिए ऑन लाइन व ऑफलाइन कर सकते हैं आवेदन

यह है ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

आवास बंधु की वेबसाइट पर ओटीएस-2020 के विकल्प के नीचे हरे रंग में क्लिक हेयर टू अप्लाई के ऑप्शन पर क्लिक करना है। इसके बाद रजिस्टर करना होगा। फिर अगर आप ऑनलाइन आवेदन कर रहें हैं तो आपको जमा की गई धनराशि की रसीदें, आवंटन पत्र को पीडीएफ में सेव करके अपलोड करना होगा। इसके बाद मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड आएगा और प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

वहीं यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आवास बंधु की वेबसाइट पर नेवीगेशन मेन्यू पर जाएं। इसके बाद डाउनलोड बटन पर क्लिक करें यहां से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करने के बाद इसे पढ़कर अपने सभी दस्तावेजों को प्राधिकरण कार्यालय में जाकर प्रोसेसिंग फीस और डाउनपेमेंट के साथ जमा कराना होगा।

Posted By: Inextlive