साप्ताहिक बंदी के खिलाफ व्यापारियों ने जताई नाराजगी, आंदोलन की चेतावनी

कलक्ट्रेट में पहुंचे लालकुर्ती और पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल ने किया प्रदर्शन

पीएल शर्मा रोड पर भी व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

Meerut। दो दिन के लॉकडाउन के साथ ही जहां प्रशासन रोस्टर प्रणाली के तहत बाजार खोलने पर अड़ा है, वहीं व्यापारियों में इस बात को लेकर भारी गुस्सा व्याप्त है। इसी के चलते व्यापारियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर रोस्टर प्रणाली का विरोध किया। इतना ही नहीं, रोस्टर प्रणाली के विरोध में पीएल शर्मा रोड पर भी व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं लालकुर्ती में भी भारी मात्रा में व्यापारी एकत्र हुए और उन्होंने प्रशासन से रोस्टर प्रणाली खत्म करने की मांग की। इतना ही नहीं रोस्टर प्रणाली के विरोध में पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल ने भी कलक्ट्रेट में मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।

व्यापार हुआ चौपट

दरअसल, प्रशासन की रोस्टर प्रणाली के तहत एक दिन राइट साइड और दूसरे दिन लेफ्ट साइड के बाजार खोलने को लेकर सोमवार सुबह से ही विरोध शुरू हो गया था। लालकुर्ती व्यापार संघ के पदाधिकारी और व्यापारी अपनी मांगों को लेकर कलक्ट्रेट पर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे। कुलदीप बत्रा और संदीप आहूजा समेत तमाम व्यापारी नेताओं का कहना था कि कोरोना काल में पहले से ही लॉकडाउन के चलते उनके व्यापार चौपट हो चुके हैं। व्यापारियों का कहना था कि कोरोना काल में उनके सामने कई चुनौतियां हैं जैसे अपने स्टाफ की तनख्वाह देना, दुकानों का किराया देना और बिजली का बिल देना। हफ्ते में प्रशासन के रोस्टर के हिसाब से दो दिन दुकान खोलकर इन सब खर्चो को व्यापारी कैसे मैनेज करेंगे।

नुकसान की भरपाई कौन करेगा

इस दौरान सभी व्यापारियों ने मांग की कि साप्ताहिक बंदी को खत्म किया जाए। व्यापारियों ने कहना था कि वह इस लॉकडाउन का समर्थन करते हैं लेकिन इस तरह पूरे सप्ताह में केवल पांच दिनों के लिए ही व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोलने की इजाजत है। रही सही कसर सोमवार को साप्ताहिक बंदी ने पूरी कर दी। अब केवल चार दिन ही व्यापारी अपने संस्थानों को खोल सकेंगे। इसमें भी एक साइड वाला दुकानदार हफ्ते दो और महीने में आठ दिन ही दुकान खोल पाएगा। इससे व्यापारी का जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई कौन करेगा।

व्यापारियों ने की नारेबाजी

पीएल शर्मा रोड के व्यापारियों ने प्रशासन की रोस्टर प्रणाली के विरोध में जमकर नारेबाजी की। व्यापारी नेता शमशुद्दीन ने कहा कि बाजार प्रॉपर दोनों साइड के खुलने चाहिए। एक साइड का बाजार सप्ताह में दो दिन खुलने से व्यापारियों का बहुत बड़ा नुकसान है। व्यापारियों के खर्चे भी पूरे नहीं निकल पा रहे हैं। प्रशासन को रोस्टर प्रणाली खत्म कर पूरे प्रॉपर तरीके से बाजार खोलने का आदेश देना चाहिए।

आंदोलन करेंगे व्यापारी

सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष आशु शर्मा भी अपने व्यापारी साथियों के साथ कलक्ट्रेट पर पहुंचे और उन्होंने रोस्टर प्रणाली खत्म कर पांचों दिन बाजार प्रॉपर तरीके से खोले जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि या तो प्रशासन रोस्टर प्रणाली में संशोधन करें अन्यथा व्यापारी आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। हालांकि अभी तक दोनों संयुक्त व्यापार संघ इस रोस्टर प्रणाली के विरोध में है, लेकिन विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए है। जल्द ही यदि रोस्टर प्रणाली खत्म या संशोधित नहीं हुई तो सभी सामने आकर विरोध जताएंगे।

सोमवार से शुक्रवार तक खुलें बाजार

हापुड़ अड्डे से लेकर काली नदी तक दोनों तरफ के बाजार सोमवार से शुक्रवार तक खोले जाने की मांग को लेकर व्यापारी नेता विपुल सिंघल के नेतृत्व में सैंकड़ों व्यापारी डीएम ऑफिस पहुंचे। इस दौरान विपुल सिंहल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते मेरठ जिले में शनिवार एवं रविवार को दो दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। वहीं रोस्टर की व्यवस्था के चलते अब केवल एक दुकानदार दो दिन ही दुकान खोल पाएगा। प्रशासन को व्यापारियों के हितों का ध्यान रखते हुए हापुड़ अड्डे चौराहे से काली नदी तक सोमवार से शुक्रवार तक पांचों दिन सड़क के दोनों ओर के बाजार खोलने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए। वहीं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल ने भी कलक्ट्रेट पहुंचकर अपनी मांग रखी। मंडल के प्रदेश अध्यक्ष धीरज गोयल ने मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि सोमवार से शुक्रवार तक पांचों दिन दोनों साइड का बाजार खोलने के आदेश जारी किए जाए।

Posted By: Inextlive