शहीद मंगल पांडे महिला कॉलेज में गौरैया दिवस मनाया गया।

मेरठ (ब्यूरो)। शहीद मंगल पांडे महिला कॉलेज में प्रिंसिपल प्रो। अंजू सिंह व 22 यूपी गल्र्स बटालियन ने मिलकर गौरेया बचाने का संदेश दिया।मंगलवार को कमान अधिकारी कर्नल मनोज चौहान के संरक्षण तथा लेफ्टिनेंट। प्रो। लता कुमार के संयोजन में गौरैया दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कैडेट्स ने गौरैया के घोसले निर्मित किए और गौरैया संरक्षण की शपथ ली।

बताया गौरैया का महत्व
एनसीसी अधिकारी डॉ। लता कुमार ने पर्यावरण संतुलन हेतु गौरैया संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो। अंजू सिंह ने छात्राओं से ऐसे कार्यक्रमों में सहभागिता करने को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि पर्यावरण संरक्षण एक महत्वपूर्ण दायित्व है और इसका हम सभी को ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि हमें सभी को पर्यावरण के लिए सोचने की जरुरत है। इसको लेकर हमें समाज में जागरुकता लानी होगी, जिसके लिए घर-घर घोंसला अभियान चलाना होगा। प्रो। लता ने बताया कि हमें गौरैया को बचाने के लिए विभिन्न चीजों का ध्यान रखने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक की बोतलों या कंटेनरों में बिकने वाले प्रॉडक्ट्स को न खरीदें। इसके साथ ही किचन के सामान के साथ बार-बार पेपर नैपकिन न खरीदें, इसके साथ ही घर में सोलर वॉटर हीटर इन्सटॉल करवा लें। इसके साथ घर के सामान और सब्जियां बल्क में खरीद लें जिससे बार-बार पैकेजिंग न करनी पड़े। उन्होंने कहा कि हम नियमित रूप से अपने आंगन,खिड़कियों और घर की बाहरी दीवारों पर उनके लिए दाना-पानी रखें। गर्मियों में न जाने कितनी गौरैया प्यास से मर जाती हैं।

कृत्रिम घर बनाना चाहिए
उन्होंने कहा कि इसके लिए आपको कृत्रिम घर बनाना चाहिए, इसमें खर्च भी न के बराबर होता है। जूते के डिब्बों, प्लास्टिक की बड़ी बोतलों और मटकियों में छेद करके इनका घर बना कर उन्हें उचित स्थानों पर लगाया जा सकता है। गौरैया को कभी नमक वाला खाना नहीं डालना चाहिए, नमक उनके लिए हानिकारक होता है। इसके बाद कैडेट्स ने सभी निर्मित घोंसलों को अपने घर के आसपास पेड़ों पर लगाया तथा गौरैया के लिए पानी के बर्तन भी रखे। आयोजन में एनसीसी के 15 कैडेट्स ने सहभागिता की। कैडेट्स ने अपने हाथ से बनाये घोंसले और पानी के बर्तन को प्राचार्य प्रो। अंजू सिंह को भेंट किया।

Posted By: Inextlive