नियुक्तियों के लिए नेट के फर्जी प्रमाणपत्र लगाने के केस आए सामने

Meerut। नेट के फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर सीसीएसयू व उससे संबद्धित कॉलेजों में नियुक्तियों पाने वाले टीचर्स की अब खैर नहीं है, शासन स्तर से प्रदेश भर के यूनिवíसटी में नेट की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच चल रही हैं। ऐसे में पहली कार्रवाई नोएडा के एक कॉलेज की शिक्षिका पर हुई है, जिसके बाद शासन ने सीसीएसयू व उससे संबद्धित कॉलेजों के शिक्षकों पर भी जांच बैठा दी है, अब इस जांच में 412 शिक्षकों की डिग्री शक के घेरे में है। अब जांच के बाद अगर वास्तव में ये फर्जी साबित होते है तो उनको निलंबित किया जाएगा।

11 हजार की चल रही जांच

सीसीएसयू में गलत ढंग से हुई नियुक्तियों को लेकर शासन स्तर पर जांच शुरु हो गई है। इसके बाद यूनिवíसटी से जुड़े मेरठ व सहारनपुर मंडल के कई शिक्षकों पर गाज भी गिर सकती हैं, शासन स्तर पर इस मामले में सबसे पहले बड़ी कार्रवाई नोएडा के एक कॉलेज की शिक्षिका पर हुई है, जिसने एससी श्रेणी में नेट पास कर नौकरी हासिल की, जबकि वह नियुक्ति मान्य नहीं थी, शासन ने उस शिक्षिका को निलंबित करने के बाद यूनिवíसटी से जवाब मांगा हैं, प्रदेशभर के यूनिवíसटी व कॉलेजों में हाल ही में 11 हजार 412 शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्रों की जांच हुई है, जिसमें 412 मामलों को शक में रखा है, सीसीएसयू सूत्रों की माने तो यूनिवíसटी में पांच शिक्षकों की नियुक्तियां जांच के घेरे में हैं, जिनके अर्हता प्रमाण पत्र संदेह के घेरे में है। ऐसा बताया जा रहा है ये सभी शिक्षक कहीं न कहीं टीचर के पद पर पढ़ा रहे हैं, अब इनकी विजिलेंस में जांच होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

अभी चल रही जांच

सीसीएसयू में विजिलेंस के सदस्य अरूण ने बताया कि अभी डिग्री की जांच चल रही है, अभी ऐसे बिना जांच के कुछ नहीं कह सकते हैं, जो भी होगा शासन को रिपोर्ट दी जाएगी, हां ऐसा है कुछ डिग्रियों को शक के घेरे में रखा गया है। जब तक साबित नहीं होता उन पर कार्रवाई नहीं हो सकती है।

Posted By: Inextlive