1 लाख से ज्यादा लोगों की सड़क हादसों में होती है हर साल मौत

400 लोग औसतन मेरठ में हर साल सड़क हादसों में गंवाते हैं अपनी जान

ट्रैफिक नियमों की अनदेखी से होते हैं सबसे ज्यादा हादसे

Meerut। शहर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के कारण ही बीते कुछ साल में सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है। यही नहीं, इससे सड़क दुर्घटना में घायल और मृतकों की संख्या भी बढ़ी है। ट्रैफिक विभाग के अधिकारों की मानें तो सड़कों पर अक्सर लोग ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करते हैं। जिस कारण अक्सर सड़क हादसे हो जाते हैं। कुछ लोग इन्हीं हादसों में अपनी जान तक गवां देते हैं।

आम लोग भी दिखाएं गंभीरता

एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि देश में हर साल एक लाख से ज्यादा लोग सड़क हादसों में जान गवां देते हैं, वहीं कई लोग घायल भी हो जाते हैं। मेरठ में भी हर साल 400 से ज्यादा लोगों की जान सड़क हादसों के कारण चली जाती है। उन्होंने बताया कि अगर लोग यातायात नियमों का गंभीरता से पालन करें तो सड़क हादसों में कमी आ सकती है।

थोड़ी गंभीरता दिखाएं, तो सुधरेगी तस्वीर

वाहन चलाते समय ट्रैफिक रूल्स को मानें, अनावश्यक स्पीड में वाहन ड्राइव न करें

स्पीड ब्रेकर पर वाहन चलाते समय ज्यादा सावधानी बरतें।

दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनें, साथ ही गंभीरता से यातयात के नियमों को मानें

सड़कों के डिवाइडर पर बने अवैध कट से वाहन निकालने का प्रयास न करें

रांग साइड से कभी भी दूसरे वाहनों को ओवरटेक करने का प्रयास न करें।

ओवर स्पीड और नशे में वाहन को कभी न चलाएं

चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें

हादसों की वजह

हादसों की सबसे बड़ी वजह यह है कि शहर की सड़के अतिक्रमण होने की वजह से काफी छोटी हो गई हैं। इसकी वजह से सबसे ज्यादा सड़क हादसे हो रहे है। इसके साथ तीव्र मोड, अवैध कट, बड़े स्पीड ब्रेकर और सूचना पट जैसे खतरा का न होना भी सबसे बड़ी हादसों की वजह ट्रैफिक पुलिस के सामने आई है।

तीन साल के आंकड़े

साल दुर्घटनाएं मृतक घायल

2018 1098 443 678

2019 956 414 644

2020 539 248 386

नोट- यह आंकड़े 15 नवंबर 2020 तक के हैं

इस बार कम हुए हादसे

अधिकारियों की मानें तो इस साल सड़क हादसों में कमी आई है। जिसका मुख्य कारण लॉकडाउन भी रहा है। मेरठ में 15 नवंबर तक 539 सड़क हादसे हुए, जिनमें 248 लोगों की मौत हो गई। वहीं कोरोना काल में लोगों की सड़कों पर आवाजाही भी कम रही है।

शहर में ये है ब्लैक स्पाट

रिठानी पीर, परतापुर तिराहा, भूड़बराल, मोहिउद्दीनपुर शुगर मिल, खड़ौली चौराहा, दायमपुर कट, डाबका कट, जटौली फाटक, रूहासा कट, वलीदपुर कट,रानी नंगल मोड पुलिया, झुनझुनी मोड़, नौ गजा पीर हापुड़ रोड, बिजौली रोड, दत्तावली गढ़ रोड।

यहां होते हैं हादसे

शहर में 13 जगहों तेजगढ़ी चौराहा, जेल चुंगी, साकेत चौराहा, बेगमपुल चौराहा, गांधी आश्रम चौराहा, मैट्रो प्लाजा, जीरो माइल, टीपी नगर शॉप्रिक्स माल, हापुड़ अड्डा, ईव्ज चौराहा, टैंक चौराहा कैंट पर भी हादसे सबसे अधिक होते है। यहां पर यातायात नियमों का पालन पूर्ण रूप से नहीं होने के चलते सबसे ज्यादा हादसे होते है।

सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना है। जिसकी वजह से शहर में जाम भी लगता है और हादसे भी होते है। अतिक्रमण के कारण सड़कें भी सिकुड़ गई हैं।

जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive