500 से अधिक युवाओं के माध्यम से घर-घर जाकर की वोट की अपील

20 हजार पर सीमित रहा मेरठ का सिटीजन फीडबैक

1 जनवरी से 31 जनवरी तक चला शहर में सिटीजन फीडबैक

1100 अंकों में से सिटीजन फीडबैक के मिलेंगे नंबर

20333 वोट तक ही सीमित रहा मेरठ का सिटीजन फीडबैक

1 से 3 लाख तक पहुंच चुका है दूसरे शहरों का फीडबैक

Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में सफलता के लिए शहरवासियों की जागरूकता बहुत जरूरी है। दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए सिटीजन फीडबैक कराया जा रहा था, जिसकी आखिरी तारीख 31 जनवरी थी, इसे नगर निगम की लापरवाही कहें या शहर के लोगों की सुस्ती। स्वच्छता सर्वेक्षण फीडबैक के अंतिम दिन तक मेरठ 20 हजार वोट तक ही सीमित रहा।

युवाओं की निकाली रैली

हालांकि, नगर निगम ने अंतिम दिन इस फीडबैक को बढ़ाने के लिए पूरा जोर लगाते हुए 500 युवाओं की रैली निकाली, लेकिन वह भी कुछ ज्यादा काम ना आ सका।

लोगों को किया जागरुक

दरअसल, अपने शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अधिक से अधिक वोट दिलाने के उददेश्य से वोटिंग के अंतिम दिन युवाओं की जागरुकता रैली निकाली गई। शुक्रवार सुबह कचहरी पुल से नगरायुक्त डॉ। अरविंद चौरसिया ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली में शामिल युवा, युवती, बच्चे और निगम के आला अधिकारी हाथों में जागरुकता पोस्टर बैनर लिए शहर के विभिन्न मोहल्लों से गुजरे। साथ ही लोगों से एसएस 2020 ऐप पर जाकर अपने शहर के लिए वोट करने की अपील की।

सीमित रहा रूझान

नगर निगम ने शहर में अलग अलग क्षेत्र में युवाओं की तीन टीमों को भेजकर जागरुक करने का प्रयास किया। इस दौरान लोगों के मोबाइल व लैपटॉप में स्वच्छता सर्वेक्षण एप को डाउनलोड भी किया गया। लेकिन इस प्रयास के बावजूद भी फीडबैक 20 हजार के आसपास ही सीमित रहा जबकि प्रदेश के अन्य शहरों का फीडबैक एक लाख 3 लाख तक पहुंच चुका है।

आखिरी दिन जागा निगम

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 को लेकर सिटीजन फीडबैक का शुक्रवार को अंतिम दिन था। सिटीजन फीडबैक का काम एक जनवरी से प्रारंभ हुआ था जो कि आज 31 जनवरी तक पूरा होना था। इसके आधार पर 1100 अंकों में से नंबर मिलेंगे लेकिन नगर निगम के प्रचार प्रसार के बाद भी लोगों ने फीडबैक देने में रुचि नही दिखाई और फीडबैक 20 हजार के आसपास ही सीमित रहा। दिनभर रैली और जनसंपर्क के बाद भी शाम तक मेरठ के लिए करीब 20333 वोट ही किए गए।

Posted By: Inextlive