ग्रेप मॉडल लागू हुए एक माह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन शहर की आबोहवा शुद्ध होने के बजाए ओर अधिक दूषित होती जा रही है। दीपावली पर हुई आतिशबाजी ने इस प्रदूषण को ओर अधिक तेजी से बढ़ा दिया है। हालत यह है कि दीपावली के बाद से शहर के लोगों को सांस लेने के लिए शुद्ध हवा तक नहीं मिल पा रही है। ऐसे में अब नगर निगम ने वायु प्रदूषण पर लगाम के लिए अभियान तेज करते हुए शहर की सड़कों पर उड़ती धूल से लेकर जगह-जगह कूड़े में लग रही आग पर लगाम के लिए अभियान शुरू कर दिया है। इसके तहत रोड साइड डस्ट समेत डिवाइडरों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि धूल न उड़े।

मेरठ (ब्यूरो)। वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर नगर निगम ने 17 से अधिक पानी के टैंकर सड़क पर उतार दिए हैं। इन टैंकरों से हर दिन तीनों वाहन डिपो क्षेत्र में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। शनिवार को सूरजकुंड वाहन डिपो क्षेत्र से पानी छिड़काव की शुरूआत करते हुए गढ़ रोड पर तेजगढ़ी चौराहे से लेकर राधा गोविंद स्कूल तक, कमिश्नरी चौराहे से कमिश्नरी आवास चौराहे होते हुए जेलचुंगी के आगे यूनिवर्सिटी तक और मवाना रोड व गंगानगर डिवाइडर रोड पर पानी का छिड़काव किया गया। वहीं, दिल्ली रोड वाहन डिपो और कंकरखेड़ा वाहन डिपो प्रभारियों को भी टैंकर से पानी के छिड़काव के निर्देश दिए गए हैं।

दिल्ली रोड पर विशेष नजर
रैपिड रेल प्रोजेक्ट के चलते टीपी नगर, बागपत रोड, रेलवे रोड समेत दिल्ली रोड के आसपास के मोहल्लों में जमकर धूल उड़ रही है। इस डस्ट के कारण एयर पॉल्यूशन पर लगाम के लिए दिल्ली रोड पर निगम विशेष अभियान चलाते हुए सड़कों पर पानी के छिड़काव कर रहा है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि वायु प्रदूषण के लिए धूल एक कारण है। धूल उडऩे से रोकने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जाएगा। वहीं, सड़क पटरियों के निर्माण के काम भी प्रस्तावित हैं, जो जल्द शुरू हो जाएंगे।

देना होगा जुर्माना
वहीं ग्रेप मॉडल के अनुसार नगर निगम समेत कृषि विभाग के अधिकारियों ने पराली जलाने की घटनाएं रोकने के लिए निगरानी भी शुरू कर दी है। निगम दायरे में आने वाले खेतों में किसान यह करता है तो उसको ऐसा न करने के लिए प्रेरित करने और नियमानुसार दंड अधिरोपित करने की कार्रवाई की जाएगी।

कंस्ट्रक्शन वर्क पर रहेगी नजर
वायु प्रदूषण कम करने के लिए निगम और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों व अन्य विभागीय अधिकारी संयुक्त रूप से कंस्ट्रक्शन साइट्स का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत निगम के निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर निरीक्षण करने और नोटिस देने का काम शुरू कर दिया है। इस दौरान खुले में निर्माण सामग्री मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही निगम एनजीओ और कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को उन्हें वायु प्रदूषण रोकने के लिए जागरुकता में मदद भी लेगा।

कूड़ा जला तो होगी कार्रवाई
वहीं कूड़ा/गारबेज जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने और दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए नगर निगम ने अपने अपने जोनल सेनेट्री इंचार्ज, सुपरवाइजर, फूड सेफ्टी ऑफिसर को निगरानी के लिए अलर्ट कर दिया है। कूड़ा जलाने पर नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम-2016 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

दीपावली के बाद प्रदूषण को कम करने के लिए तीनों डिपो क्षेत्र में टैंकर के माध्यम से रोड साइड डस्ट परर्, िडवाइडरों पर और पेडों पर पानी का छिड़काव कराया गया है। इसके अलावा निर्माण कार्य स्थलों पर जाकर उनको चेतावनी दी जा रही है।
अरुण खरखौदिया, जोनल सेनेट्री इंचार्ज

Posted By: Inextlive