68 हजार एलईडी लाइट लगानी थी ईईएसएल को शहर में

वार्डो में कम और बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स की पार्षद कर रहे शिकायत

12 करोड़ के बकाया भुगतान को ईईएसएल कंपनी कर रही दावा

नगरायुक्त ने दिए जांच के आदेश, स्ट्रीट लाइट्स और सीसीएमएस की होगी जांच

Meerut। पिछले सालभर से विवादों में रही शहर की स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था अब साल 2021 में भी विवादों में घिरी हुई है। ईईएसएल कंपनी शहर में एलईडी स्ट्रीट लाइट और उनको कंट्रोल करने वाले सीसीएमएस यानि सेंट्रल कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम को शत-प्रतिशत लगाने का दावा कर रही है। ऐसे में अब नगरायुक्त ने शहर में लगी स्ट्रीट लाइट और सीसीएमएस बॉक्स की जांच शुरू कर दी है। निगम के सूत्रों के अनुसार कंपनी द्वारा रिकार्ड में दिखाई गई लाइट शहर में नहीं लगी हैं। इस जांच में गोलमाल सामने आने के बाद कंपनी का शेष भुगतान रूक सकता है।

दो सदस्यीय कमेटी गठित

शहर की सड़कों को रोशन करने के उद्देश्य से निगम ने एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई हैं। इन लाइट्स को लगाने और मेंटिनेंस का जिम्मा ईईएसएल कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने स्ट्रीट लाइट समेत उनको कंट्रोल करने का सीसीएमएस लगाकर काम पूरा कर दिया। निगम के अनुसार ईईएसएल को शहर में लगभग 68 हजार एलईडी लाइट लगानी थी। बावजूद इसके शहर की सड़कों से लेकर वार्डो में अंधेरा पसरा हुआ है। अधिकतर लाइट बंद हैं। यूं तो कंपनी के काम पर शुरुआत से ही सवाल उठ रहे हैं। मगर अब वार्डो में पार्षदों की भी कंपनी से शिकायत है कि उनके वार्ड में स्ट्रीट लाइटों की कमी है और जो खराब हैं उनकी रिपेयरिंग भी नही हो रही है। इसी बाबत नगरायुक्त ने कंपनी के इस काम की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।

सीसीएमएस की होगी गिनती

कंपनी द्वारा स्ट्रीट लाइट ऑन-ऑफ करने के लिए सीसीएमएस सेंट्रल कंट्रोल एंड मॉनिटरिंग सिस्टम को एक निश्चित दूरी पर 25 से 30 स्ट्रीट लाइट के बीच लगाया जाना था। इस बॉक्स से लाइट कंट्रोल के साथ-साथ स्ट्रीट लाइट में होने वाली ऊर्जा खपत, खराब स्ट्रीट लाइट व रिपेयरिंग आदि का रिकार्ड निगम को उपलब्ध हो जाता है। मगर इन सीसीएमएस का सही डाटा ही निगम के पास नहीं है। ऐसे में निगम ने शहर में लगे सीसीएमएस की कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गिनती व जांच शुरू कर दी है।

स्ट्रीट लाइट की गिनती

जांच के पहले चरण में वार्ड 48 माधवपुरम में लगी स्ट्रीट लाइट्स की जांच की जाएगी। गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा कंपनी को 12 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान किया जाना है। इतना ही नहीं, अब तक नगर निगम द्वारा करीब 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

यहां भी होगी स्ट्रीट लाइट की जांच

दिल्ली रोड

बागपत रोड

मवाना रोड

दिल्ली रोड

गढ़ रोड

हापुड़ रोड

स्ट्रीट लाइट के संबंध में कुछ शिकायतें मिली थी, उनकी जांच की जा रही है। कितनी लाइट्स खराब हैं, कितनी जल रही हैं और कहां पोल नही लगा है इस सब की जांच के बाद कंपनी को भुगतान होगा।

इंद्र विजय, अपर नगरायुक्त

Posted By: Inextlive