लगातार प्रयास के बाद भी टैक्स वसूली में पिछड़ रहे नगर निगम ने अब बकायेदारों पर सख्त एक्शन लेकर टैक्स वसूली को बढ़ाना शुरू कर दिया है।

मेरठ (ब्यूरो)। मंगलवार को नगर निगम सभागार में कर समीक्षा बैठक में कम वसूली होने पर नगरायुक्त ने बैठक लेते हुए कड़ी नाराजगी जताई और बड़े बकायेदारों के प्रतिष्ठान पर सील लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी।

14.70 करोड़ की हुई वसूली
नगर निगम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में गृहकर के वार्षिक लक्ष्य 55 करोड़ के सापेक्ष मात्रा 14.70 करोड़ रुपये की वसूली पर नगरायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए कर निरीक्षकों को जमकर फटकार लगाई। नगर आयुक्त डॉ। अमित पाल शर्मा ने कहा कि गृहकर वसूली का शत-प्रतिशत लक्ष्य हर हाल में पूरा होना चाहिए। इसके लिए जरुरी है कि कर अधीक्षक और राजस्व निरीक्षक का हर हाल में फील्ड में निकलना बहुत जरुरी है।

सीलिंग की कार्रवाई की जाए
नगरायुक्त ने निर्देश दिए कि नोटिस जारी होने के बाद भी जो बकायेदार कर न देें उनके खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी कर सीलिंग की कार्रवाई की जाए। बैठक में नगर आयुक्त ने सबसे कम कर वसूली करने वाले कर अधीक्षक कैलाश चंद्र समेत दो राजस्व निरीक्षकों का वेतन रोक दिया। इसके साथ ही कर वसूली के लिए नगर निगम परिसर में महिलाओं के काउंटर अलग से खोलने के निर्देश दिए।

व्यवसायिक प्रतिष्ठान हुआ सील
इस दौरान नगर आयुक्त के निर्देश पर कर निर्धारण अधिकारी राजेश ङ्क्षसह के नेतृत्व में निकली मुख्यालय जोन की टीम ने अहमद रोड व खैरनगर के चार व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामियों से 5.61 लाख रुपए बकाया गृहकर की वसूली की। 19.34 लाख रुपये का गृहकर बकाया होने पर साईंपुरम स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान को सील कर दिया।

Posted By: Inextlive