लोगों ने की थी मिनी एसटीपी के आसपास दुर्गंध व्याप्त होने की शिकायत

नगर निगम अधिकारियों ने किया निरीक्षण, हौद को सही से ढकने का दिया निर्देश

Meerut। लोगों की शिकायत पर डिफेंस कालोनी में स्थापित मिनी एसटीपी का बुधवार दोपहर एक बजे सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय और जलकल अवर अभियंता पंकज कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें एसटीपी का ट्रीटेड वाटर तो साफ मिला लेकिन जिस हौद के जरिए ट्रीटेड वाटर की निकासी की जा रही है, वह सही से कवर्ड नहीं है। जिसके चलते यहां से दुर्गंध उठ रही है। सहायक नगर आयुक्त ने कहा कि सोसायटी अगर हौद को पूरी तरह से ढक दे तो दुर्गंध की समस्या से निजात मिल जाएगी।

निरीक्षण करने पहुंचे

बुधवार को सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय कसेरूखेड़ा नाले की सफाई का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने डिफेंस कालोनी में सोसायटी ऑफिस के पीछे स्थापित एसटीपी के आसपास दुर्गंध व्याप्त है। जिससे परेशानी हो रही है। सहायक नगर आयुक्त व अवर अभियंता जलकल ने एसटीपी की फिल्टर का पानी निकालकर देखा तो पानी साफ मिला। इसके बाद क्लोरीन डो¨जग के सिस्टम को चेक किया तो वह भी चलता मिला। इसके बाद एसटीपी के ट्रीटेड वाटर की निकासी की व्यवस्था चेक की। ट्रीटेड वाटर निकासी के लिए सड़क किनारे एक हौद बना है। जिसमें ट्रीटेड वाटर का पंप किया जाता है। यह पानी तो साफ है लेकिन इसमें से हल्की दुर्गंध उठ रही है। यह दुर्गंध लगातार छह से आठ घंटे तक हौद में पानी गिरने की वजह से है। हौद को पत्थर की पटिया से ढका जरूर गया है लेकिन इसमें कई जगह गैप हैं। जिससे यह दुर्गंध हौद से बाहर आ रही है। सहायक नगर आयुक्त ने कहा कि सोसायटी इस हौद को पूरी तरह से कवर्ड कर दे तो यह दुर्गंध बाहर नहीं आएगी। शेष ट्रीटेड वाटर की निकासी आगे चलकर पाइप के जरिए कसेरूखेड़ा नाले में हो रही है। द सैनिक सहकारी आवास समिति के अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर महेंद्र सिंह ने कहा कि खुले हौद को जल्द कवर्ड कर दिया जाएगा। नाले में ट्रीटेड साफ पानी ही डाला जाएगा।

सौर ऊर्जा से चलेगा प्लांट

द सैनिक सहकारी आवास समिति ने एसटीपी के पास 20 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया है। जिसको चालू कर दिया गया है। सौर ऊर्जा से यह प्लांट संचालित हो रहा है। बिजली का उपयोग वैकल्पिक किया जाएगा। द सैनिक सहकारी आवास समिति के पदाधिकारियों का दावा है कि सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक यह प्लांट प्रतिदिन चलाया जाएगा। प्लांट की क्षमता 50 केएलडी है। प्लांट के अंडरग्राउंड कुंओं की क्षमता इतनी है कि वह रात का सीवेज स्टोर कर सकते हैं। नगर निगम अधिकारियों का भी मानना है कि इतने समय में सीवेज निस्तारित किया जा सकता है। बारिश के दौरान ही अधिक चलाने की जरूरत पड़ेगी।

नाले की देखी सफाई

नगर निगम अधिकारियों ने कसेरूखेड़ा नाले की सफाई का निरीक्षण किया। मवाना रोड पुल से कसेरूखेड़ा तक नाले की सफाई के साथ सिल्ट उठ गई है। ठेकेदार को निर्देशित किया कि नाले का जो निर्माण अभी बचा है उसे 30 जून से पहले पूरा किया जाए।

Posted By: Inextlive