नहीं टूट रहा संडे का तिलस्म
- पिछले तीन रविवार से इंटरनेशनल मीडिया में छाया है मेरठ
- पहले संडे मोदी की रैली, तीसरे संडे तेल चोरी और चौथे संडे आया तेंदुआ पिछले तीन रविवार से इंटरनेशनल मीडिया में छाया है मेरठ- पहले संडे मोदी की रैली, तीसरे संडे तेल चोरी और चौथे संडे आया तेंदुआMeerut : अपने मेरठ का मिजाज भी अजीब है। खुद को सुर्खियों में रखने का शगल इसे आता है। अब फरवरी माह को ही देखिए, अभी तक चार संडे इस माह में आप ने देखे। लेकिन क्या आप को पता है कि चार में से तीन संडे अपना मेरठ इंटरनेशनल मीडिया में छाया रहा है। बात माह के पहले संडे यानि दो फरवरी से करते हैं। दो फरवरी को भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की रैली मेरठ में थी। इसके बाद क्म् फरवरी को संडे के दिन ही मेरठ में सबसे बड़ी तेल चोरी का खुलासा हुआ। अब ख्फ् फरवरी को भी संडे के दिन तेंदुआ शहर में आया और मेरठ का नाम इंटरनेशनल स्तर पर फिर से चर्चा का कारण बना।
फर्स्ट संडे मोदी के नामफरवरी माह के पहले संडे मेरठ में भाजपा के पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी की विजय शंखनाद रैली शताब्दीनगर में थी। रैली मोदी की थी, इस लिए मेरठ का नाम इंटरनेशनल मीडिया के केंद्र में रहा। इसके अलावा रैली संडे को थी, लेकिन मेरठ में उमडे़ जनसमूह ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया और लोगों को भारी परेशानी हुई।
थर्ड संडे को तेल चोरीइसके बाद क्म् फरवरी को भी माह का थर्ड संडे था। इस दिन परतापुर स्थित तेल डिपो में तेल चोरी का बड़ा खुलासा हुआ। डिपो के पास के खाली प्लाट में कुछ लोगों ने तेल लाइन को बे्रक कर चालीस हजार लीटर तेज चोरी कर लिया था। तेल चोरी की घटना और तरीके ने भी मेरठ का नाम इंटरनेशनल स्तर पर चमकाया। अब तेंदुए का क्रेजअब बारी आई चौथे संडे की। ख्फ् फरवरी को अचानक तेंदुआ सिटी में आया और फिर मेरठ इंटरनेशनल मीडिया में चर्चा का केंद्र बना। पिछले दिन दिनों से सिटी में तेंदुआ खुला घूम रहा है और उधर, मेरठ का नाम भी चर्चाओं में शुमार है। अभी तेंदुआ पकड़ से बाहर है, संभावना है कि अपना मेरठ इंटरनेशनल स्तर पर आने वाले दिनों में भी अपनी चर्चा बरकरार रखेगा।