सीसीएसयू व उससे जुड़े कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा एनसीसी का कोर्स

1000 करीब कॉलेज सीसीएस यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं

5 लाख स्टूडेंट पढ़ाई करते हैं इनके अंतर्गत

67 हजार एनसीसी के छात्र हैं अभी तक

70 हजार एनएसएस के स्टूडेंट हैं अभी तक

Meerut। स्टूडेंट में अनुशासन, चरित्र निर्माण व नि:स्वार्थ सेवा भाव के लिए यूनिवर्सिटी में एनसीसी की पढ़ाई को कोर्स का हिस्सा बनाया गया है। यूनिवर्सिटी व उससे जुड़े कॉलेजों में इलेक्टिव कोर्स की तरह स्टूडेंट एनसीसी की पढ़ाई करेंगे। थ्योरी व प्रैक्टिकल भी इस कोर्स को लेकर तय कर दिए गए है। स्टूडेंट द्वारा प्राप्त क्रेडिट बी व सी सर्टिफिकेट के लिए जुड़ेंगे।

हुई थी सिफारिश

नई शिक्षा नीति के तहत एनसीसी के बतौर कोर्स में शामिल करने की सिफारिश की गई थी। डायरेक्टर जनरल एनसीसी ने कोर्स तैयार करते हुए यूजीसी का भेजा था, जिसे अब वीसी को भी भेजा गया है। कोर्स च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम यानी सीबीएसई मोड में रहेगा।

दो कैंप, छह होंगे सेमेस्टर

निर्देशों के अनुसार यूनिवर्सिटी, कॉलेजों में जहां भी ये एनसीसी की यूनिट दी गई है, वहां ये कोर्स चलेगा। कैडेट्स को स्वीकृत क्षमता में बढ़ोतरी नहीं होगी, कोर्स में थ्योरी व ट्रेनिंग के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।

ऐसा होगा कोर्स

6 सेमेस्टर होंगे इस कोर्स में

24 क्रेडिट रखे गए हैं इस कोर्स के अंतर्गत

8 क्रेडिट थ्योरी, 6 प्रैक्टिकल, 10 कैंप रहेंगे।

पहले सेमेस्टर में कैंप के क्रेडिट तीसरे व दूसरे व पांचवें सेमेस्टर में जोड़े जाएंगे।

कोर्स में 82 घंटे लेक्चर और 128 घंटे प्रैक्टिकल रहेंगे

38 घंटे सेना से जुडे़ विशेष सब्जेक्ट में थ्योरी व 52 घंटे इसमें प्रैक्टिकल होंगे।

ऐसे होगा प्रैक्टिकल

प्रैक्टिकल में ड्रिल, फील्ड क्राफ्ट, एवं बेटल क्राफ्ट, मैप रीडिंग , वेपन ट्रेनिंग, स्वास्थ्य व स्वच्छता की जानकारी व आपातकालीन स्थितियों में कैसे दूसरों की व खुद की मदद हो सकती है ये सभी होगा।

ट्रेनिंग में होगा शामिल

शरीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, आपदा प्रंबधन, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता कैम्प व थ्योरी में राष्ट्रीय एकता व जागरुकता, सामाजिक सेवा, राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित प्रयोग, सेवा भाव, संरक्षण सीमा, युद्ध क्षेत्र संबंधित अस्त्र प्रयोग आदि की जानकारी दी जाएगी।

मिलेगा वालंटियर को बढ़ावा

कैम्पस में यूजी व पीजी के लगभग पांच लाख स्टूडेंट एक हजार कॉलेजों से जुड़े हैं। इनमें अभी तक करीब 67 हजार एनसीसी के 70 हजार एनएसएस के स्टूडेंट है।

इस कोर्स से वॉलिटियर की संख्या बढ़ेगी। स्टूडेंट में सेवाभाव, राष्ट्रीय एकता की भावना आएगी। अगर कोई आर्मी में जाना चाहता है तो काफी मदद मिलेगी।

प्रो। वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive