संकरी गलियों के साथ-साथ मेन रोड पर बाजार भरता है

बरसात में कैलाशपुरी का मुख्य बाजार हो जाता है जलमग्न

Meerut। कैलाशपुरी शहर के पुराने मोहल्लों में से एक है इस मोहल्ले में संकरी गलियों के साथ-साथ मेन रोड पर बाजार भरता है, लेकिन बरसात में इस बाजार और मोहल्ले की गलियों की हालत जलभराव से खस्ता हो जाती है। जलनिकासी के लिए छोटी नालियों पर निर्भर इस मोहल्ले में नगर निगम द्वारा सफाई व्यवस्था दुरुस्त ना होने के कारण बरसात के बाद मेन बाजार और गलियों में जलभराव रहता है।

गलियों में सफाई की समस्या

कैलाशपुरी मोहल्ले में गलियों की चौड़ाई कम होने के कारण यहां नगर निगम के केवल कर्मचारियों पर ही सफाई व्यवस्था निर्भर है। बाहर मुख्य बाजार में छोटी नालियां होने के कारण मशीन का प्रयोग नही होता है। ऐसे में कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पूरे मोहल्ले में सालभर गंदगी पसरी रहती है।

बढ़ रही परेशानी

बरसात के दौरान कैलाशपुरी से लेकर गांधी आश्रम चौराहे तक छोटी नालियों से लेकर बड़ी नालियों से पानी होता हुआ फूलबाग के नाले में पहुंचता है लेकिन यह नाला कैलाशपुरी से करीब 2 किमी दूर है जिस कारण से जलभराव के बाद जलनिकासी देरी में हो पाती है। ऐसे में ना केवल कैलाशपुरी बल्कि गांधी आश्रम चौराहे का आधा हिस्सा जलमग्न हो जाता है।

फैक्ट्स

निगम द्वारा नियमित दो सफाई कर्मचारियों की व्यवस्था

सफाई व्यवस्था केवल सुबह के समय तक सीमित

कूड़ा उठाने के लिए निगम की कोई व्यवस्था नही

कूड़ा निस्तारण केवल निगम डस्टबिन तक सीमित

सीवरेज व्यवस्था या सीवर लाइन का अभाव

बरसात से पहले निगम ने दो शिफ्ट में पांच-पांच कर्मचारियों की लगाई डयूटी

कैलाश पुरी में जलभराव की समस्या केवल तेज बारिश में होती है। वहां मुख्य बाजार में सड़क गढ़ रोड से नीचे है इस कारण से सड़क का पानी भी गलियों में व बाजार में भर जाता है। इसलिए नालियों की सफाई शुरु करा दी गई है। नालों में मशीनों से काम चल रहा है।

डॉ। कुंवर सेन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

बारिश के दौरान गलियों का पानी भी बाजार की मुख्य सड़क पर भर जाता है। नालियों की सही से सफाई ना होने के कारण पानी निकासी देरी में होती है।

राजीव

शांता स्मारक चौराहे पर बने बडे नालों की सफाई सही से नही होती है जिस कारण से गलियों से आने वाले पानी को आगे जाने की जगह नही मिलती है और पानी सड़क पर आ जाता है।

मनोज

कैलाशपुरी के मेन मार्केट की रोड को ऊंचा करने पर इस समस्या का निस्तारण हो सकता है। लेकिन उसके बाद भी नालियों की सफाई के बाद ही जलभराव रुके सकेगा।

अरुण

Posted By: Inextlive