नगर निगम के अधिकारी बिना किसी पड़ताल के जब्त कर रहे पॉलीथिन

बिना गेज के पॉलीथिन जब्त कर रही निगम की टीम

पॉलीथिन बैन के नाम पर सभी प्रकार की पॉलीथिन हो रही जब्त

Meerut। पॉलीथिन बैन अभियान के लिए भले ही प्रशासन और निगम खुद को पूरी तरह मुस्तैद दिखाने का प्रयास कर रहा हो, लेकिन असल में पॉलीथिन बैन अभियान महज खानापूर्ति साबित हो रहा है। खुद निगम के पास पॉलीथिन मानकों को मापने के लिए गेज मीटर या अन्य कोई साधन उपलब्ध नही हैं। यहां तक की निगम जब्त पॉलीथिन का कोई रिकार्ड मेंटेन तक नही कर रहा है और न ही जब्त पॉलीथिन के डिस्पोजल की योजना तैयार की गई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। गजेंद्र सिंह ने बताया कि अभी बाजार में मानकों के अनुरुप पॉलीथिन बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है। अधिकतर व्यापारी प्रतिबंधित पॉलीथिन प्रयोग कर रहे हैं जो देखने से ही पहचान में आ जाती है केवल उसी को जब्त किया जा रहा है।

सभी पॉलीथिन एक समान

पर्यावरण की सुरक्षा के लिए केवल 50 माइक्रोन से कम पतली पॉलीथिन बैन की गई है। लेकिन निगम के लिए सभी प्रकार की पॉलीथिन बैन के दायरे में हैं। निगम की टीम शहर में जिस भी प्रकार की पॉलीथिन मिल रही है उसे जब्त कर रही है। चाहे वह पॉलीथिन 50 माइक्रोन से कम हो या अधिक। ऐसे में किसी भी प्रकार की पॉलीथिन रखना व्यापारियों के लिए भारी मुसीबत बन चुका है।

न रिकार्ड न डिस्पोजल योजना

निगम द्वारा वार्डो में पॉलीथिन चेकिंग अभियान चलाकर पॉलीथिन जब्त की जा रही है। लेकिन इस पॉलीथिन का कोई रिकार्ड निगम के कर्मचारियों द्वारा कहीं मेंटेन नही किया जा रहा है। ऐसे में रोजाना कहां कहां कितनी कितनी पॉलीथिन जब्त हो रही है इसका कोई हिसाब नही है। निगम द्वारा केवल राउंड में पॉलीथिन का रिकार्ड बताया जा रहा है। वहीं इस पॉलीथिन को एकत्र कर डिस्पोजल कैसे किया जाएगा, इसका भी कोई प्लान अभी तक तैयार नही किया गया है।

व्यापारी बोले, प्लास्टिक पैकिंग पर भी लगे रोक

पॉलीथिन बैन अभियान को लेकर अभी व्यापारियों और आम जन में असमंजस है। एक तरफ आम जनता ने धीरे-धीरे कपडे़ के थैले का प्रयोग करना शुरु कर दिया है। वहीं, व्यापारी सिर्फ पॉलीथिन कैरी बैग पर प्रतिबंध को गलत बताते हुए इसका विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि केवल पॉलीथिन कैरी बैग बंद ना हो बल्कि प्लास्टिक पैकिंग वाले सभी प्रोडक्टस पर बैन लगना चाहिए।

केवल कैरी बैग प्रतिबंधित करने से पर्यावरण को राहत नही मिलेगी इसके लिए हर स्तर पर बडी पैकिंग वाले प्रोडक्टस पर भी रोक लगनी चाहिए। कैरी बैग प्रतिबंध से छोटे व्यापारी और आम जन को परेशानी होगी इससे कोई बड़ा बदलाव नही आएगा इसलिए व्यापारी वर्ग इस संबंध में डीएम से बात कर विरोध करेगा।

नवीन गुप्ता, संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष

कैरी बैग जिसमें हाथ से पकड़ने की जगह हो केवल उसी को प्रतिबंधित किया गया है। हम इसका समर्थन करते हैं लेकिन बाजार में 80 प्रतिशत प्रोडक्ट प्लास्टिक पैकिंग में उपलब्ध हैं इसलिए जरुरी है कि सभी प्रकार की पॉलीथिन पर बैन लगे। तभी पर्यावरण सुरक्षित होगा।

विपुल सिंघल, होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन महामंत्री

छोटे व्यापारियों का शोषण करने के लिए केवल यह अभियान शुरु किया गया है। जब तक बडे प्रोडक्टस जो प्लास्टिक पैकिंग में बाजार में आते हैं उन को बैन नही किया जाएगा। हम इस अभियान का समर्थन नही करेंगे।

लोकेश अग्रवाल, व्यापारी

पॉलीथिन को डिस्पोज करने के संसाधन अभी निगम में उपलब्ध नही है पॉलीथिन के कारण ही शहर के अधिकतर सभी नाले व नालियां सालभर जाम रहती हैं इसलिए प्राथमिकता के तौर पर इस पर बैन जरुरी है बाकि प्लास्टिक पर भी जल्द बैन लगेगा।

डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive