एक हो जाएंगे सभी बोर्ड, मिटेगा फासला

नहीं रहेगी बच्चों में हीन भावना, रहेगी एक मान्यता

Meerut । सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई है। एजुकेशन एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि पॉलिसी की अभी गाइड लाइन आई है। स्टेट लेवल पर एजुकेशन नीति लागू होने के बाद ही कुछ कहा जाएगा। खास बात ये है कि स्टूडेंट्स के हित में काफी क्लॉज दिए गए हैं। प्री-प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक प्रोफेशनल और स्किल डेवलपमेंट को बूम मिलेगा। रोजगार परक शिक्षा होगी।

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नई एजुकेशन पॉलिसी के ड्रॉफ्ट होने से ही सीआईएस ने इस पर काफी काम किया। वेस्ट यूपी से करीब 1.5 लाख मैसेज शासन को भेजे गए। फिलहाल ये अगले साल से लागू होगी। इस नीति के लागू होने से कई अहम बदलाव देखने को मिलेंगे। सबसे बड़ा बदलाव अलग-अलग बो‌र्ड्स के बीच का फासला है, जो दूर होगा।

राहुल केसरवानी, सहोदय सिचव

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पॉलिसी अभी आई है। स्टेट लेवल पर इसका फार्मेट आना बाकी है। हालांकि इस फार्मेट से स्टॅडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा। हायर एजुकेशन में स्टूडेंट्स के हर साल की वैल्यू होगी।

प्रीति मल्होत्रा, प्रिंसिपल, द आर्यंस स्कूल

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लैंग्वेज सिस्टम इस पॉलिसी में लागू किया गया है। अब स्टूडेंट्स को लैंग्वेज को लेकर आने वाली समस्याओं से निजात मिल सकेगी। वहीं रीजनल लैंग्वेजेस को भी बल मिलेगा।

कंवलजीत सिंह

डायरेक्टर- प्रिंसिपल, द गुरुकुलम इंटरनेशनल स्कूल

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नई एजुकेशन पॉलिसी स्टूडेंट्स के हित में है। एजुकेशन को लेकर बने माइंडसेट में भी बदलाव आएगा। स्किल एजुकेशन का विस्तार होगा। यूपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड के बीच जो फासला है, वह खत्म हो जाएगा।

डॉ। नीरा तोमर

प्रिंसिपल, श्री मल्हू आर्या सिंह इंटर कॉलेज

Posted By: Inextlive