17 तालाबों की मिट्टी से होगा एनएच का भराव
निगम ने किए तालाब फाइनल, शुरु हुआ तालाबों पर काम
Meerut । जिले में राष्ट्रीय राजमागरें के निर्माण के लिए अब मेरठ नगर निगम के तालाबों की मिट्टी का प्रयोग होगा। पिछले सप्ताह से जारी शहर के तालाबों का सर्वे सोमवार को पूरा हो गया। इस सर्वे के बाद नगर निगम ने 17 तालाबों की सूची तैयार कर डीएम को भेजी है। वर्तमान स्थिति के आधार पर इन तालाबों की स्थिति मिट्टी निकालने के लिए सही है। इन तालाबों की मिट्टी निकलने से तलाब की गहराई और अधिक बढ़ जाएगी जिससे बरसात में अधिक पानी का संचय इन तलाबों में हो सकेगा। साथ ही साथ निगम को मिटटी की लायल्टी भी मिलेगी। स्थिति में होगा सुधारदरअसल, जनपद क्षेत्र में कई एनएच का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। ऐसे में जगह जगह भराव व चौड़ीकरण के लिए एनएचआईए को मिट्टी की आवश्यकता है। इसी को देखते हुए एनएचआईए ने जिला प्रशासन से मिटटी उपलब्ध कराने की मांग की थी। इसके तहत तालाबों की मिटटी का उपयोग एनएच पर करने की योजना बनाई गई थी।
17 तालाब हुए फाइनलनगर निगम की टीम ने बीते गुरुवार को नगर सीमा क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक तालाबों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट तैयार की थी। निगम के सहायक नगरायुक्त ब्रजपाल सिंह और संपत्ति अधिकारी राजेश कुमार ने तालाबों की वास्तविक स्थिति के फोटोग्राफस, जलभराव की स्थिति आदि का निरीक्षण कर 17 तालाबों को मिटटी निकालने के लिए उपयुक्त मानते हुए रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी मिट्टी का प्रयोग करने की अनुमति देंगे।
ये हैं तालाब जाहिदपुर नूरनगर फत्तलेपुर कांशी गांव परतापुर बराल मलियाना लखवाया रामपुर पावटी फाजलपुर मोदीपुरम पावली 17 तालाबों का चयन किया गया है। इनकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जाएगी। उसके बाद मिट्टी का उपयोग किया जाएगा। - ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त