- हवा-हवाई साबित हुए आवास विकास के नोटिस

- 10 दिन बाद भी नहीं बनाई कोई कार्ययोजना

मेरठ। लगभग 10 दिन पहले कमिश्नर की फटकार के बाद अवैध निर्माण पर चेते आवास विकास का अभियान फिर से ठंडे बस्ते में चला गया है। अवैध निर्माण पर अभियान के विरोध में शहर के व्यापारियों के सामने आने पर आवास विकास ने अभियान को पीछे हटा दिया है।

चस्पा किए थे नोटिस

5 जुलाई को शास्त्रीनगर, जागृति विहार और हापुड़ रोड पर आवास विकास ने अभियान चलाते हुए अवैध रुप से बिना नक्शा तैयार किए गए 20 हॉस्पिटल, कॉम्पलैक्स और आवासों पर नोटिस चस्पा किया गया था। इनमें से अधिकतर भू मालिकों ने नक्शे के बिना ही अपने परिसर का निर्माण किया हुआ था।

समय सीमा पूरी

नोटिस चस्पा अभियान के तहत सभी भूखंड स्वामियों को दस दिन का समय दिया गया था। अधिकारियों पर फिर से सुस्ती हावी होती जा रही है। कमिश्नर के आदेश पर 15 जुलाई को शहर के 20 बडे़ अवैध निर्माणों पर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर आवास विकास ने कार्रवाई की थी। नोटिस के अनुसार भूखंड स्वामी को दस दिन का समय अपने अवैध निर्माण को खुद हटाने या ध्वस्त करने के लिए दिया गया था। लेकिन दस दिन बीतने के बाद भी आवास विकास अभी इन अवैध निर्माण पर आगे की कार्रवाई के मूड में नहीं है।

आवास विकास के अभियान के बाद अधिकतर भूखंडों के मालिकों ने अपना प्रार्थना पत्र विभाग में दिया है। उनके प्रार्थना पत्र पर विचार करने के बाद एक अवसर दिया जाएगा। आगे कार्रवाई जरुर होगी, लेकिन थोड़ा समय लगेगा।

- प्रमोद कुमार, ईएक्सईएन आवास विकास

Posted By: Inextlive