Meerut : दुनिया भर में नाम रोशन करने वाले वेस्ट यूपी के शूटर इस समय हलकान है. शूटरों के परेशान होने की वजह बिग बोर की रायफल है. जो वेस्ट यूपी में किसी शूटर के पास नहीं है. रायफल न होने से शूटर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पा रहे हैं. बिग बोर रायफल पांंच से सात लाख रुपए की आती है.


किसी के पास नहींबिग बोर की रायफल वेस्ट यूपी में किसी के पास नहीं है। इस रायफल की चैंपियनशिप पटियाला में जीवी मावलंकर के नाम से होती है.  रायफल न होने से स्कोर करने वाले खिलाडिय़ों को सीधे राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने का मौका नहीं मिल रहा।महंगा है इवेंटबिग बोर का इवेंट बेहद महंगा इवेंट हैं। इसमें एक गोली 80 रुपए की होती है। जबकि इसकी बंदूक भी काफी महंगी होती है। इसे खेलना हर किसी के लिए मुश्किल है। ऐसे में खिलाड़ी उधार की रायफल लेकर इवेंट में भाग लेते हैं। ये इवेंट 300 मीटर का होता है। साथ ही इवेंट में सबसे ज्यादा गोलियां खर्च होती हैं। जिससे ये खेल काफी महंगा हो जाता है.  आर्मी के पास है रायफल


इस तरह की बंदूक आर्मी के पास ही है। पटियाला में होने वाली इस चैंपियनशिप में पहले आर्मी ही भाग लेती थी, लेकिन अब इस चैंपियनशिप में सिविलियंस भी भाग लेने लगे हैं।आसान मौका खो रहेशूटरों के पास पटियाला में होने वाली चैंपियनशिप में स्कोर करके राष्ट्रीय चैंपियनशिप में एंट्री लेने का सबसे आसान मौका होता है। लेकिन शूटर ये मौका गंवा रहे हैं। वेस्ट यूपी का कोई भी शूटर इस चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पा रहा है।

'ये इवेंट काफी महंगा होता है। तभी शूटर इस चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पा रहे हैं। जो एक दो खिलाड़ी भाग लेते भी हैं, वो उधार की राइफल से खेलते हैं। ये जरूर है कि ये चैंपियनशिप राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जगह बनाने का सबसे आसान रास्ता है.'- वेदपाल सिंह, सचिव एमडीआरए'ये इवेंट काफी महंगा पड़ता है। इतना पैसा खर्च करने के लिए है ही नहीं, ऐसे में इस चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पाता हूं.'- आसिफ खान, शूटर'चैंपियनशिप में खेलने के लिए बहुत पैसों की जरुरत है। पहले तो राइफल ही बहुत महंगी आती है, फिर एक गोली भी 80 रुपए की पड़ती है। जिसका खर्च उठाना काफी मुश्किल है.'- जाहिद आलम, शूटर

Posted By: Inextlive