रोडवेज बसों में भी महिला सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन और पैनिक बटन के दावे फेल

Meerut। यूपी रोडवेज की बसें महिलाओं के अकेले सफर के लिए सुरक्षित नहीं है। कारण, महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिए रोडवेज मुख्यालय द्वारा योजनाएं तो बहुत बनाई गई लेकिन सारी योजनाएं केवल कागजों में ही संचालित हो रही हैं।

बसों में हेल्पलाइन की सुविधा

दरअसल, गत वर्ष यूपी रोडवेज की बसों में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा और दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम हेल्पलाइन शुरू करने का दावा किया था। मगर ये दावा केवल दावा ही रह गया। इससे बसों में सफर के दौरान कोई भी असुविधा, शिकायत या सुझाव के लिए महिलाओं को सीधे हेल्पलाइन पर कॉल करने की सुविधा दी गई थी। इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर पर विडियो क्लिप और मेसेज भी वॉट्सऐप करने की सुविधा देने का भी दावा था। इसके लिए बकायदा प्रदेश के 20 रोडवेज परिक्षेत्रों में हेल्पलाइन खोलकर मुख्यालय से जोड़ने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 8114277777 जारी किया गया था लेकिन यह नंबर चालू होने से पहले ही बंद हो गया।

पिंक बसों पर पुरुषों का कब्जा

महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिए स्पेशल पिंक एसी बसों का संचालन किया गया था। इन पिंक बसों की महिला यात्रियों को हेल्पलाइन 112 पर शिकायत की सुविधा भी दी हुई है। साथ ही रोडवेज के सभी यात्रियों की शिकायतों के लिए 18001802877 नंबर पर कॉल करने की सुविधा है। मगर पिंक बसों में महिला यात्रियों की संख्या कम होने के कारण पुरुष यात्रियों को जगह दी जाने लगी। इस कारण से अब पिंक बस भी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं बची है।

पैनिक बटन का इंतजार

तीन साल पहले यूपी रोडवेज की बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन की योजना बनाई गई थी। मगर अभी तक बसों मे इस पैनिक बटन को जगह नहीं मिल सकी है। योजना थी कि बसों में लगे ये पैनिक बटन हेडक्वार्टर और पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट होंगे। बसों में लगे पैनिक बटन के दबाते ही बस में लगा स्पीकर तेज आवाज में बजना शुरू हो जाएगा साथ ही 100 नंबर और परिवहन निगम के कंट्रोल रूम के पास भी सूचना चली जाएगी। कंट्रोल रूम में बस का नंबर, लोकेशन और बस के अंदर की तस्वीर भी पहुंच जाएगी।

बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए मुख्यालय स्तर से योजनाएं बनाई जा रही हैं। हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया हुआ है। पैनिक बटन के लिए काम चल रहा है, जल्द यह सुविधा बसों में महिला यात्रियों को मिलनी शुरू हो जाएगी।

केके शर्मा, आरएम रोडवेज

Posted By: Inextlive