कमिश्नरी चौराहे पर 13 साल पहले हुए जानलेवा हमले का है मामला

19 फरवरी को कोर्ट में होना है विधायक समेत आठों आरोपियों को पेश

पुलिस को भेजे गए गैर जमानती वारंट, तामिल कराने घर जाएगी पुलिस

Meerut। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कमिश्नरी चौराहे पर 13 साल पहले हुए जानलेवा हमले के मामले में शहर विधायक रफीक अंसारी समेत आठ आरोपियों के गिरफ्तारी वारंट जारी हुए हैं। सभी को 19 फरवरी को न्यायालय में पेश होना है। सभी आरोपियों के गिरफ्तारी वारंट संबधित थानों में भेज दिए गए है।

क्या था मामला

दरअसल, सरकारी अधिवक्ता सिराजुद्दीन अलवी ने बताया कि 22 मई 2007 को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कमिश्नरी चौराहे पर अनिल कुमार, वीर सिंह उर्फ बब्लू, कालूराम और अजब सिंह पर जानलेवा हमला किया गया था। जिसके बाद अनिल कुमार गुर्जर पुत्र धनीराम ने थाना सिविल लाइन में शहर विधायक रफीक अंसारी, पूर्व पार्षद रविंद्र तेवतिया, कमालुद्दीन, शाहिद, सईद उर्फ सज्जू, महफूज उर्फ गुड्डू, शहजाद और अजीत सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 353, 336, 504, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में पहले पुलिस ने 2011 में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। उसके बाद कोर्ट ने फाइनल रिपोर्ट निरस्त कर दी थी, जिसके बाद जमानती वारंट जारी किए गए थे। बाद में मामले की जांच करते हुए पुलिस ने 17 मई 2011 में सभी के खिलाफ चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी थी। उसके बाद से लगातार इनके खिलाफ न्यायालय द्वारा समन जारी हो रहे थे। इस मामले में सभी आरोपियों के न्यायालय में पेश होने की तारीख 29 जनवरी 2020 थी। मगर कोई भी आरोपी न्यायालय में पेश नही हुआ। जिसके बाद न्यायालय अपर जिला जज/स्पेशल जज ईसी एक्ट ने सभी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए सभी को 19 फरवरी 2020 को न्यायालय में हाजिर करने के आदेश जारी कर दिए थे। हालांकि सभी आरोपी 2018 से गैर जमांती वारंट पर चल रहे थे, लेकिन कोई भी न्यायालय में पेश नहीं हुआ। अब इस मामले में कोर्ट ने पेश होने के लिए 19 फरवरी की तारीख दी है। सभी को गिरफ्तारी वारंट पुलिस द्वारा तामिल कराए जाएंगे।

कोर्ट का सम्मान करते है। कानूनी राय लेकर इस मामले में अपने वकील से बातचीत करेंगे। कोर्ट के समक्ष पेश भी होंगे।

रफीक अंसरी, शहर विधायक, मेरठ

Posted By: Inextlive