सीबीएसई ने मांगा स्कूल्स से एनुअल पैडागोजिकल प्लान

बच्चों की लर्निंगस को इनोवेटिव और क्रिएटिव बनाने पर जोर

Meerut। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन से एफिलिएटिड स्कूल्स अब साल भर की प्लानिंग एक साथ बोर्ड को देंगे। एजुकेशन को इनोवेटिव और क्रिएटिव बनाने के लिए बोर्ड ने नया कदम उठाया है। जिसके तहत स्कूल्स को एनुअल पैडागोजिकल प्लान मांगा गया है। लर्निंग ऑब्जेक्टिव बेस्ड प्लान का उददेश्य एजुकेशन सिस्टम को और मजबूत बनाना है ताकि स्टूडेंट्स नई-नई चीजों से अपडेट रह सके।

मोरल वैल्यूज पर रहेगा फोकस

बोर्ड के निर्देशों के अनुसार इस प्लानिंग के तहत मोरल वैल्यूज पर अधिक फोकस करना होगा। वहीं प्लानिंग पूरी तरह से स्टूडेंट्स सेंटर्ड रहेगी। स्कूल्ज को बताना होगा कि कैसे वे स्टूडेंट्स के एजुकेशनल और मेंटल ग्रोथ को डेवलप करेंगे। इसके लिए स्कूल्स को अपनी बेस्ट प्रैक्टिस और प्लानिंग भेजनी होगी। साल भर की प्लानिंग में हर प्वाइंट को स्कूलों को डिस्क्राइब भी करना होगा।

बढ़ेगा लर्निंग आउटकम

सीबीएसई के मुताबिक एजुकेशन सिस्टम में लगातार हो रहे बदलावों से स्टूडेंट्स को अपडेट कराना जरूरी हैं। ऐसे में इस तरह की प्लानिंग बच्चों के फ्यूचर के लिए बेहद जरूरी है। बोर्ड के अनुसार एकेडमिक और एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज दोनों में ही स्टूडेंट्स का बेस्ट आना जरूरी है। इस तरह की प्लानिंग से लर्निग आउटकम बढे़गा और स्टूडेंट्स का ऑवर ऑल डेवलपमेंट होगा। ये प्लान स्कूल्स को 30 सितंबर तक प्लान भेजना कम्पलसरी होगा।

इस तरह की प्लानिंग स्टूडेंट्स के डेवलपमेंट के लिए काफी फायदेमंद है। इससे उनके ऑवर ऑल डेवलपमेंट में काफी मदद मिलेगी।

प्रीति मल्होत्रा, प्रिंसिपल, द आर्यस स्कूल

एजुकेशन सिस्टम में इस तरह के एमेंडमेंट्स स्टूडेंट्स के लिए बहुत हैल्पफुल है। ये बहुत अच्छा प्रयोग है।

अजय गुप्ता, टीचर, पुलिस मॉडर्न स्कूल

Posted By: Inextlive