मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताई गई रैपिड रेल की खूबी और काम की स्थिति

मेरठ से दिल्ली हवाई अड्डा या एम्स जैसे प्रमुख स्थानों तक सिर्फ एक घंटे में पहुंचा जा सकेगा

Meerut। देश की पहली रीजनल रैपिड रेल बहुत बड़ा बदलाव लाने जा रही है। यातायात की दशा सुधारने के साथ ही चिकित्सा क्षेत्र में भी क्रांति लाएगी। मेरठ से दिल्ली हवाई अड्डा या एम्स जैसे प्रमुख स्थानों तक केवल एक घंटे में पहुंचा जा सकेगा। वर्तमान में यहां पहुंचने में तीन से चार घंटे का समय लग जाता है। यह मेडिकल इमरजेंसी जैसे स्ट्रेचर पर मरीजों की आवाजाही व अन्य स्थिति से निपटने में भी मददगार होगी। यह एम्स और सफदरजंग जैसे अस्पतालों व स्वास्थ्य सेवाओं तक आसानी से पहुंचा देगी।

दी जानकारी

शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लखनऊ में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के कार्य प्रगति की जानकारी दी गई। मुख्य सचिव, प्रधान सचिव (आवास) के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह के नेतृत्व में एनसीआरटीसी की टीम ने परियोजना पर प्रजेंटेशन दिया।

प्रगति की सराहना की

एनसीआरटीसी की ओर से बताया गया कि वर्तमान में परियोजना पर योजनाबद्ध तरीके से काम चल रहा है। मार्च 2023 में दुहाई से साहिबाबाद के बीच रेल संचालन शुरू करने के लिए कार्य तेजी से चल रहा है। यूटिलिटी डायवर्जन, सरकारी भूमि और अनुमोदन से संबंधित प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की गई।

जाम से मिलेगी राहत

मुख्यमंत्री सीएम योगी ने कहा कि आरआरटीएस सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देगा, जिससे ऊर्जा का कुशल उपयोग संभव होगा। ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। एनसीआर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा और क्षेत्र के सामाजिक-आíथक विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को आरआरटीएस परियोजना से संबंधित सभी बाधाओं को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया।

Posted By: Inextlive