11वीं और 9वीं के बच्चे नहीं दिखा रहे एडमिशन लेने में दिलचस्पी

स्कूल परेशान, घट रही एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या

स्कूलों की तरफ से बच्चों के घर एडमिशन के लिए भेज रहे रिमाइंडर मैसेज

Meerut। कोरोना काल में एजुकेशन सिस्टम पूरी तरह से बेपटरी हो चुका है। दो साल से चल रही ऑनलाइन क्लासेज के चलते इस साल स्टूडेंट्स ने एडमिशन तक से मुंह मोड लिया है। यूपी बोर्ड के स्कूलों में स्थिति ये है कि नौंवी और 11वीं में एडमिशन की चाल बेहद धीमी है। स्कूल संचालकों का कहना है कि इस बार परिषद की ओर से भी एडमिशन को लेकर फिलहाल कोई निर्देश नहीं आए हैं।

इक्का-दुक्का एडमिशन

स्कूल प्रिंसिपल्स का कहना है कि हर साल जुलाई में लगभग 70-80 प्रतिशत सीटें फुल हो जाती थी। मगर इस बार इक्का-दुक्का स्टूडेंट्स ही एडमिशन के लिए आ रहे हैं। अधिकतर स्कूलों में यही स्थिति है। स्कूल संचालकों ने बताया कि नौंवी में एडमिशन के मुकाबले 11वीं में एडमिशन प्रोसेस स्लो है। ग्रामीण इलाकों में पड़ने वाले स्कूलों का और भी बुरा हाल है। यहां दो से तीन बच्चों ने ही अब तक एडमिशन प्रोसेस में भाग लिया है।

बकाया फीस भी वजह

कोरोना काल में पिछले दो साल से ऑनलाइन क्लासेज के जरिए ही पढ़ाई करवाई जा रही है। ऐसे में काफी स्टूडेंट्स ने पिछली फीस तक जमा नहीं की है। स्कूल पि्रंसिपल्स का कहना है कि नई क्लास में एडमिशन लेने के लिए फीस जमा करवाना जरूरी है। जबकि काफी स्टूडेंट्स ने ऑनलाइन क्लासेज तो की है लेकिन अब तक फीस जमा नहीं की है। इस वजह से भी स्टूडेंट्स आगे एडमिशन लेने से फिलहाल बचते नजर आ रहे हैं।

रिजल्ट का इंतजार

बोर्ड एग्जाम नहीं होना और जुलाई तक भी रिजल्ट न आने की वजह से भी काफी स्टूडेंट्स इस बार एडमिशन लेने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। स्कूल प्रिंसिपल्स का कहना है कि पहले मई-जून में रिजल्ट आ जाते थे और जुलाई से सेशन रेग्यूलर होता था। 11वीं की क्लासेज भी पहले ही शुरू कर दी जाती थी लेकिन कोरोना काल में सारी व्यवस्थाएं गड़बड़ा गई। अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। ये भी एडमिशन कम होने का बड़ा कारण है।

इनका है कहना

स्कूल में एडमिशन प्रोसेस काफी स्लो है। 11वीं में मात्र 3 स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन लिया है। बच्चों को उनके मोबाइल पर रिमाइंडर भेजे जा रहे हैं। टीचर्स भी कॉल कर रही है लेकिन स्टूडेंट्स स्कूल आने से बच रहे हैं।

डॉ। नीरा तोमर, प्रिंसिपल, श्री मल्हू सिंह आर्य इंटर कॉलेज

अभी एडमिशन प्रक्रिया स्लो है। स्टूडेंट्स एडमिशन लेने नहीं आ रहे हैं। कॉल और मैसेज कर सूचित किया जा रहा है।

डॉ। सुखनंदन त्यागी, प्रिंसिपल, राम सहाय इंटर कॉलेज

Posted By: Inextlive