कमिश्नरी पार्क में हर समय पुलिसकर्मियों के साथ रहता था श्वान राकेश

श्वान की मौत के बाद पुलिसकर्मियों ने निकाली अंतिम यात्रा

पीएम मोदी ने मन की बात में मेरठ पुलिस के दयाभाव का किया था जिक्र

- पुलिसकíमयों ने श्वान की निकाली अंतिम यात्रा, गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार

खामोश है जो ये वो सदा है

वो जो नहीं है, वो कह रहा है

साथियों, तुमको मिले जीत ही जीत सदा

बस इतना याद रहे, एक साथी और भी था

Meerut । इसे संयोग कहिए या कुछ और, जहां कोरोना काल में अंतिम संस्कार में अपने तक अंतिम संस्कार दूरियां बना रहें हैं। वहीं मेरठ पुलिस ने एक श्वान को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। मेरठ पुलिस की एक तस्वीर ये भी है। करुणा, दया, हमदर्दी से भरी हुई। एक बेजुबान ने पुलिसकर्मियों के दिल में ऐसी जगह बनाई, जो हमेशा के लिए अमिट छाप बन गई। वो जब चल बसा तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। कहते हैं कि कर्म अच्छे हों तो बेजुबान भी रुलाकर चले जाते हैं। ऐसा ही नजारा मंगलवार को कमिश्नरी चौराहे पर देखने को मिला। जब एक श्वान की मौत के बाद पुलिसकíमयों ने नम आंखों से उसकी अंतिम यात्रा निकाली। पूरे सम्मान के साथ उसे सुपुर्द ए खाक भी किया गया।

नाम था राकेश

कमिश्नरी चौराहे पर पीएसी के जवानों के साथ एक श्वान अक्सर रहता था। दरअसल, ये श्वान कमिश्नरी चौराहे पर चाय की दुकान पर रहता था। लॉकडाउन में जब चाय की दुकान बंद हो गई तो उसका मालिक राकेश वहां से चला गया। इसके बाद वह श्वान कमिश्नरी पार्क में पुलिसकर्मियों के आसपास ही रहने लगा। लिहाजा पुलिसकर्मियों ने उसका नाम ही राकेश रख दिया। मंगलवार को बीमारी के राकेश नाम के श्वान की मौत हो गई। हालांकि, बीमारी के दौरान पुलिसकर्मियों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की। उसकी मौत से पीएससी जवान से लेकर पुलिसकर्मी तक गमगीन हो गए। पीएसी के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ अपने साथ श्वान राकेश की अंतिम यात्रा निकाली। इसके बाद उसे कमिश्नरी पार्क में ही गढ्ढे में दफना दिया।

पीएम मोदी ने भी किया था जिक्र

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी मन की बात में मेरठ पुलिस की मानवीयता का जिक्र किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बेजुबानों की सेवा की प्रशंसा करते हुए मेरठ पुलिस का मनोबल बढ़ाया था। बेजुबान राकेश की जिंदगी बचाने के लिए पुलिकíमयों ने जी तोड़ मेहनत की थी उनके इस कार्य से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में पुलिसकर्मियों की इस मानवता का जिक्र करते हुए प्रशंसा की थी। पीएसी के जवान कई माह से लगातार उस बेजुबान की सेवा में जुटे थे।

Posted By: Inextlive