गुरुवार को शहर में आयोजित पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों के सम्मान कार्यक्रम से पहले शहर के चौराहों पर लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा। स्कूल कॉलेज के बच्चे एनसीसी कैडेट्स समेत विभिन्न म्यूजिकल गु्रप्स अपने अपने अंदाज में ओलंपियन्स का स्वागत करने में जुटे रहे। शहर में एक तरफ से देशभक्ति का माहौल बना था। चौराहों पर देश भक्ति के गीत नारे व संगीत बजाकर स्वागत किया गया।

मेरठ, ब्यूरो। जेल चुंगी, तेजगढ़ी, चौ। चरण सिंह विवि, कमिश्नर आवास चौराहे से लेकर टैंक चौराहा, परतापुर बाईपास पर जगह जगह स्कूलों के बच्चों ने फूल वर्षा कर खिलाडिय़ों का स्वागत किया। सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय में पैरालिंपिक खिलाडिय़ों के सम्मान समारोह में आयोजित होने वाले संस्कृति कार्यक्रमों को लेकर भी विशेष तैयारी की गई थी। इसके लिए शहर के आठ नामी कालेजों के छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए चयनित किया गया। मंच पर सरस्वती वंदना के साथ रामायण पाठ और जूडो का प्रदर्शन किया गया। सरस्वती वंदना और योग बालेराम ब्रजभूषण शिशु मंदिर के छात्र-छात्राएं ने प्रस्तुत किया। स्वागत गीत और जूडो का प्रदर्शन केएल इंटरनेशन स्कूल, बेटी ङ्क्षहदुस्तान गीत पर नृत्य श्री मल्हू सिंह आर्य कन्या इंटर कालेज, स्वच्छता पर नृत्य राजकीय कन्या इंटर कालेज, देशभक्ति गीतों पर नृत्य खालसा कन्या इंटर कालेज, भंगड़ा नृत्य गुरुनानक गल्र्स इंटर कालेज, रामायण का पाठ स्काउट गाइड, चक दे इंडिया गाने पर नृत्य मेरठ पब्लिक गल्र्स स्कूल की छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से जूडो का प्रदर्शन करने व लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने वाली छात्राओं की खूब प्रशंसा की गई और खिलाडिय़ों ने जोरदार तालियां बजाकर उत्साह वर्धन किया।
देश के लिए खेलता है खिलाड़ी
सीएम योगी ने कहा कि पहले सामान्य खिलाडिय़ों को ही सम्मान दिया जाता था, लेकिन हमारी सरकार ने प्रदेश के साथ ही देश के सभी विजेता दिव्यांग खिलाडिय़ों को सम्मान देने का काम किया है। खिलाडिय़ों ने अपनी दिव्यांगता को दरकिनार कर पदक जीतकर यह साबित किया है कि खिलाड़ी अपने परिवार या राज्य के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए खेलता है। जिसका सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है।

ये रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, राज्यमंत्री जलशक्ति विभाग दिनेश खटीक, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पंचायती राज युवा एवं खेल उपेंद्र तिवारी, डॉ। वीरेंद्र कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक संगीत सौम, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, आयुक्त मेरठ मंडल सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी के। बालाजी, अपर आयुक्त चैत्रा वी। सहित अन्य अधिकारी व उद्यमी उपस्थित रहे।
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मंत्री जी भूले, मेरठ को मंगल पांडेय की धरती बताया
जलशक्ति विभाग राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने खिलाडिय़ों के स्वागत में मेरठ को मंगलपांडेय की धरती बताते हुए स्वागत कर दिया। जबकि इतिहास के मुताबिक मंगल पांडे का मेरठ से कोई संबंध नहीं रहा है। यही नहीं, मंत्री दिनेश खटीक ने मंच से दो बार मेरठ को मंगलपांडेय की धरती बताया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद मंगलपांडेय की धरती पर पूरी दुनिया से लोग खेल के लिए सामान खरीदने आते हैं। आज इस सम्मान समारोह से मेरठ को अलग पहचान मिलेगी। राज्यमंत्री खटीक द्वारा मंच से दिए गए इस बयान की महानगर में दिनभर चर्चा रही। लोगों ने कहा कि मेरठ से होने के बाद भी मंत्री जी को यहां के इतिहास की जानकारी नहीं है।
73 साल पुरानी मंाग पूरी हुई- उपेंद्र तिवारी
प्रदेश के खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि 73- 74 सालों से पैरा खिलाडिय़ों की मांग लंबित थी कि उन्हें भी अन्य खिलाडिय़ों की तरह मान सम्मान मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस मांग को तुरंत स्वीकृति प्रदान कर पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों को यह सम्मान दिया। मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए सरकारी विभागों में नियुक्ति, प्रशिक्षण की सुविधा समेत खिलाडिय़ों को मिलने वाली अनुदान की धनराशि 5 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई है।

दूसरे प्रदेशों के खिलाडिय़ों का भी हो रहा सम्मान- संजीव बालियान
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि जो कार्यक्रम दूसरी प्रदेश सरकार नही करती थी वह आयोजन आज हो रहे हैं। हमारे प्रदेश में अपने खिलाडिय़ों का सम्मान नही होता था लेकिन आज दूसरे प्रदेश के खिलाडिय़ों का भी सम्मान हो रहा है।

सरकार के प्रयास से बढ़ रही मेडल की संख्या- वीरेंद्र कुमार
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री डा। वीरेंद्र कुमार ने कहा कि उप्र के मुख्यमंत्री ने यह शुरुआत की है कि ना केवल उप्र के बल्कि पूरे देश के पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों का सम्मान किया जाएगा। इससे देश भर के पैरा ओलंपिक खिलाडि़य़ों में एक आत्म विश्वास उत्पन्न हुआ है। पिछले बार हमारे 19 खिलाड़ी गए थे ओर 4 मेडल आए थे इस बार 34 खिलाड़ी गए और इस बार 19 मेडल आए हैं। यह सरकार के प्रयास से जागरुकता बढऩे के कारण हो रहा है।

Posted By: Inextlive