अब सीसीएस यूनिवर्सिटी में ऑक्सीजन जोन बनाया जाएगा। इसके तहत हरियाली और जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा। रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट से करोड़ों लीटर पानी बचाने में भी ऑक्सीजन जोन सहायक होगा। यूनिवर्सिटी कैम्पस में कुछ कुछ स्थानों को ऑक्सीजन जोन में बदल दिया जाएगा।

मेरठ (ब्यूरो)। ऑक्सीजन जोन की जगहों पर वाहनों की एंट्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी। 222 एकड़ में फैले यूनिवर्सिटी कैंपस को लैंड स्केपिंग के जरिए संवारा जाएगा। कैंपस को खूबसूरत बनाने के लिए बाहर से लेकर अंदर तक सदाबहार फूलों वाले पौधों को रोपा जाएगा। यूनिवर्सिटी इसके लिए विशेषज्ञों की मदद लेते हुए जल्द ही इस पर काम करने जा रहा है। यूनिवर्सिटी के माध्यम से फिलहाल इसकी विस्तृत योजना राजभवन को भेजी जा चुकी है।

अभी भी हरा-भरा है कैंपस
यूनिवर्सिटी कैंपस मेरठ में सबसे हरा-भरा क्षेत्र है। कैंपस का तपोवन, सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज में कैंटीन के पास ग्रीन स्पॉट और आरके सिंह हॉस्टल रोड पर ग्रीन बेल्ट और साहित्य कुटीर यूनिवर्सिटी की पहचान हैं। इन सभी क्षेत्रों में घनी हरियाली है। यूनिवर्सिटी इन सभी को ऑक्सीजन जोन के रूप में विकसित कर सकता है।

ऑक्सीजन पार्क में ये होगा काम
यूनिवर्सिटी में कुछ विशेष जगहों पर ऑक्सीजन जोन बनेंगे।
यहांं केवल घनी हरियाली और अत्यधिक ऑक्सीजन देने वाले प्लांट होंगे।
इन जोन के आसपास प्रदूषण शून्य होगा।
जोन के पास निर्धारित दायरे में वाहनों की वाहनों की एंट्री बैन होगी।
ऑक्सीजन जोन में केवल पैदल ही पहुंचा जा सकेगा।
ये जोन लैंड स्कैपिंग के जरिए खूबसूरत बनाने की तैयारी है।

कैंपस को मिलेगा नया लुक
यूनिवर्सिटी कैंपस में एंट्री से लेकर अंदर तक हरियाली तो है, लेकिन प्रबंधन को मामले में यह पीछे है। नए प्रस्ताव में पूरे कैंपस में फूल और सड़क के दोनों ओर हेज लगाते हुए इसे डिजाइन करने की तैयारी है। कैंपस के बाहर सड़क किनारे जगह को भी खूबसूरत पौधों के जरिए विकसित किया जाएगा। ऑक्सीजन पार्क और सौंदर्यीकरण के जरिए यूनिवर्सिटी कुछ खास होगा।

राजभवन से लगेगी मुहर
हालांकि इसका पूरा प्लान तैयार हो गया है, यूनिवर्सिटी स्तर से चार से पांच एक्सपर्ट को भी इसमें जोडऩे की तैयारी है, फिलहाल इसका प्रस्ताव बनाकर राजभवन को भेज दिया गया है, इस पर वहां से मुहर लगने पर काम शुरू किया जाएगा, बाकी यूनिवर्सिटी ने अपने स्तर पर तैयारियां कर ली है।

कैंपस में ऑक्सीजन पार्क बनाने का प्रस्ताव है। लैंड स्केपिंग के जरिए कैंपस और बेहतर किया जा सकता है। विवि कैंपस के बाहर सड़क किनारे दोनों ओर सदाबहार एवं फूलों वाले पौधों को लगाया जाएगा। यूनिवर्सिटी इसके लिए विशेषज्ञों से मदद लेने पर भी विचार करेगा।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू

यूनिवर्सिटी में जो पहले पौधे लगे हुए है उनको रख रखाव ही ठीक से रखना भी जरूरी है ताकि यूनिवर्सिटी की सुंदरता बनी रहे।
राहुल, स्टूडेंटस

कैम्पस हरा-भरा होगा ये अच्छी बात है, पहले भी कैम्पस में बहुत पौधे है पर उनका रख-रखाव ठीक नहीं हो पा रहा इसलिए कुछ सुखने लगे हैं।
शुभम, स्टूडेंटस

बहुत ही अच्छी बात है ये यूनिवर्सिटी में ऑक्सीजन जोन बनाया जा रहा है, यह बहुत ही फायदेमंद है।
मंजिल, स्टूडेंटस

Posted By: Inextlive