'पापा-दादा' भी वीआईपी
अब वीआईपी नंबर की लिस्ट में स्टाइलिश नंबर भी होंगे शामिल
इन्हें हासिल करने के लिए लोगों को देना होगा अतिरिक्त शुल्क Meerut। वीआईपी नंबर की बढ़ती लोकप्रियता और वाहन चालकों के क्रेज के मद्देनजर परिवहन विभाग वीआईपी नंबरों की सूची में और इजाफा करेगा। विभाग की नजर अब ऐसे नंबरों पर है जो एक विशेष कॉबिनेशन के चलते वाहन चालकों के बीच खासे लोकप्रिय हैं। इससे अलग ऐसे नंबर जिनसे किसी प्रकार के शब्द बनते है। वे भी वीआईपी नंबर की श्रेणी में आएंगे। एआरटीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि वीआईपी नंबरों की सीरीज में कुछ बदलाव संभव है, प्रक्रिया नीलामी के आधार पर होगी और साथ ही साथ डिमांडेबल नंबरों की संख्या बढाई जाएगी। स्टाइलिश होते हैं नंबरऐसे नंबर जिनको थोड़ा बदलकर लिखवाने पर दादा, पापा, बाबा, बॉस या राम जैसे शब्द नजर आते हैं ऐसे नंबरों के क्रम को विभाग अब वीआईपी नंबरों में शामिल कर अतिरिक्त शुल्क वसूलेगा। इसके लिए विभाग ने बकायदा ऐसे नंबरों की सूची बनाकर वीआईपी नंबरों की श्रेणी में शामिल तक करने का प्रस्ताव मुख्यालय भेज दिया है।
इस नंबरों पर अतिरिक्त शुल्क 6161- दादा 4141- पापा 9191-नाना 0214- राम 8055- बॉस बढ़ेगी वीआईपी नंबरों की सूचीपरिवहन विभाग के वीआईपी नंबर की चारों श्रेणी में 348 के करीब नंबर शामिल हैं। इन श्रेणियों में कई ऐसे नंबर है जिनकी डिमांड ना के बराबर है और इस श्रेणी से अलग कई ऐसे नंबरों के कॉबिंनेशन हैं जो वीआईपी ना होने के बाद भी डिमांड में है। अब विभाग ऐसे नंबरों की डिमांड को देखते हुए उनको वीआईपी नंबर सीरीज में शामिल किया जाएगा।
ये नंबर हो सकते हैं वीआईपी 0214, 1009, 1008, 4149, 4169, 3033, 8055, 9099, 9990 वीआईपी नंबरों की होगी छंटनी एआरटीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि कुछ नंबरों को वीआईपी सूची से कम करने और कुछ नए नंबरों को एड करने की मुख्यालय स्तर पर बात चल रही है लेकिन अभी सूची अपडेट नही हुई हैं.अब वीआईपी नंबरों की लिस्ट में अब केवल उन नंबरों को शामिल किया जाएगा जो डिमांड में हैं। विभाग अपनी नई नीलामी प्रक्रिया के तहत ऐसे नंबरों की छंटनी करेगा जिनकी बुकिंग नही होती है। ये है स्थिति 4 कैटगरी में है वीआईपी नंबरों की कीमत 15 हजार रुपए कीमत होती है ए कैटेगरी के नंबरों की 15000 के बाद 7500, 6000 और डी कैटेगरी 3000 रुपए कीमत 348 वीआईपी नंबर है वीआईपी नंबर की कैटेगरी मेंसर्वाधिक ए कैटेगरी के नंबरों की रहती डिमांड
विभाग डी कैटेगरी के नंबरों को कम करने पर कर रहा विचार 12 नए नंबर और स्टाईल होंगे वीआईपी सूची में शामिल