यदि आप सीसीएस यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हैं और आपको आरटीआई के तहत किसी समस्या का जवाब लेना है तो माफ कीजिए. आपको सीसीएसयू से आरटीआई का जवाब नहीं मिल पाएगा. क्योंकि सीसीएसयू का आरटीआई विभाग इन दिनों ठप पड़ा है.


मेरठ (ब्यूरो). यदि आप सीसीएस यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हैं और आपको आरटीआई के तहत किसी समस्या का जवाब लेना है तो माफ कीजिए। आपको सीसीएसयू से आरटीआई का जवाब नहीं मिल पाएगा। क्योंकि सीसीएसयू का आरटीआई विभाग इन दिनों ठप पड़ा है। अधिकतम समय सीमा के बाद भी स्टूडेंट्स को आरटीआई के जवाब नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स रजिस्ट्रार कार्यालय में इस समस्या से संबंधित शिकायत कर रहे हैं।

लेट मिल रही जानकारी
दो साल पहले में यूनिवर्सिटी द्वारा घोषित रिजल्ट से असंतुष्ट स्टूडेंट्स ने आरटीआई डाली थी। जिन स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था। उनको अनुपस्थित दिखाया गया था। जब विद्यार्थी अटेंडेंस सीट लेकर यूनिवर्सिटी गए तो रिजल्ट में संशोधन करते हुए यूनिवर्सिटी ने अनुपस्थित की जगह जीरो नंबर चढ़ा कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की। वहीं, पिछले साल भी कुछ केस ऐसे ही आए, जब कोई हल नहीं निकला तो अंत में छात्रों ने सूचना के अधिकार के तहत अपनी उत्तर पुस्तिकाओं को देखने के लिए आवेदन किया। लेकिन, करीब सालभर बाद भी यूनिवर्सिटी की ओर से कोई जानकारी नहीं मिला। अब नियमों का हवाला देते हुए स्टूडेंट्स को स्क्रूटनी डालने के लिए या फिर से उसी क्लास में पढऩे पर मजबूर किया जा रहा है।

180 शिकायतें पहुंचीं
समस्या से संबंधित अब तक करीब 180 शिकायतें सीसीएसयू के रजिस्ट्रार कार्यालय में पहुंच चुकी हैं। इन शिकायतों में बताया गया है कि उन्हें एक साल से आरटीआई का जवाब नहीं मिला है। जबकि सूचना के अधिकार के तहत नियमत: सूचना अधिकारी को अधिकतम 30 दिन या कारण सहित 45 दिन में जानकारी उपलब्ध करानी होती है।

क्या कहते हैं स्टूडेंट
मैंने पिछले साल अपनी कॉपी के लिए आरटीआई डाली थी। अभी तक जवाब नहीं मिला है। इसकी शिकायत की है।
सूरज

तीन महीने पहले एक आरटीआई डाली थी। लेकिन, अभी तक जवाब का इंतजार है। इसकी शिकायत की है।
रवि

मैं दो बार आरटीआई डाल चुकी हूं। लेकिन, कोई जवाब नहीं मिलता है। यह बड़ी समस्या है।
अकांक्षा

मेरी आरटीआई का जवाब नहीं मिला। शिकायत की तो जवाब मिला कि जल्द ही इसकी जांच की जाएगी।
अभिषेक

वर्जन
कुछ शिकायतें आई हैं। उनकी जांच कराई जा रही है। विभाग से इस बारे में पूछा गया है कि वो जवाब क्यों नहीं दे पा रहे हैं।
-धीरेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू

Posted By: Inextlive