यूपी बोर्ड के स्कूलों ने अभिभावकों के बीच कराया सर्वे

- सिर्फ 7 प्रतिशत अभिभावकों ने ही स्कूल भेजने के लिए हामी भरी

Meerut । कोरोना महामारी संक्रमण के बीच पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कतई राजी नहीं हैं। मात्र 7 फीसदी पेरेंट्स ने ही बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमित प्रदान की है। पिछले कई महीने से बंद चल रहे स्कूलों को खोलने को लेकर यूपी बोर्ड परिषद ने सर्वे कराया है, जिसमें ये खुलासा हुआ। अधिकतर पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं है।

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9वीं से 12वीं का हुआ सर्वे

केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत अनलॉक-4 में 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स को स्कूल जाने की अनुमति प्रदान की थी। इसके तहत बच्चे सिर्फ अपनी समस्याएं पूछने के लिए कुछ देर के लिए स्कूल जा सकते थे। इस फैसले के तहत ही यूपी बोर्ड परिषद ने अपने स्कूलों को सूचना मांगी थी। सर्वे के दौरान 9वीं से 12वीं के अलग - अलग स्कूलों के करीब लगभग 15 हजार पेरेंटस ने ही अनुमित प्रदान की। जबकि बोर्ड के 402 स्कूलों में लगभग 1 लाख 42 हजार स्टूडेंट्स पढ़ते हैं।

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ये मिली थी अनुमति

अनलॉक-4 की गाइडलाइंस के तहत बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए आंशिक रूप से स्कूल खोलने की अनुमति केंद्र सरकार ने दी थी। इस दौरान ये निर्देश जारी किए गए थे कि कंटेंटमेंट जोन के बाहर के स्कूल खोले जा सकते हैं। स्टूडेंटस अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए स्कूल आ सकते थे। हालांकि इसके लिए पेरेंट्स की अनुमति जरूरी थी।

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ये मांगी थी डिटेल्स

कंटेंटमेंट जोन के बाहर के स्कूलों में स्टूडेंटस को भेजने को लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से डिटेल्स मांगी गई थी। इसके तहत पेरेंट्स से स्वैच्छिक आधार पर मार्गदर्शन के लिए स्टूडेंट्स को स्कूल भेजने के लिए जागरूकता फैलाने और पेरेंट्स से लिखित अनुमति प्राप्त करने के लिए बोर्ड ने डिटेल्स मांगी थी। इसके लिए बोर्ड ने परफॉर्मा तैयार किया है जिसमें स्टूडेंट्स की संख्या, स्कूल की स्थिति, स्कूल भेजने के लिए जागरूकता के लिए जागरूक पेरेंट्स की संख्या, पेरेंट्स की परमिशन, बच्चों के बचाव के लिए इंतजाम की व्यवस्था पर जवाब मांगा था।

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इनका है कहना

आंशिक रूप से स्कूल खोले जाने के संबंध में स्कूलों से सूचना मांगी गई थी। अभी तक बहुत कम पेरेंट्स ने ही इसकी अनुमति दी है।

गिरजेश चौधरी, डीआईओएस, मेरठ।

Posted By: Inextlive