दोनों बीमारी के एक जैसे लक्षण देखते हुए शासन ने दिए निर्देश, जारी की गाइडलाइन

Meerut। कोविड-19 जैसे लक्षण वाले मरीजों में टीबी की जांच जरूरी होगी। इन दोनों बीमारियों के एक जैसे लक्षण होने की वजह से सेंट्रल हेल्थ मिनिस्ट्री ने ये निर्देश जारी किए हैं। इस संबंध में सभी को गाइडलाइन भी जारी कर दी गई हैं। इसके तहत बॉय-डायमेंशनल टीबी-कोविड-19 स्क्रीनिंग मरीजों की जांच करवाई जाएगी। इसके अलावा कोविड-19 टेस्ट में निगेटिव आ रहे मरीजों की भी टीबी की जांच करवाई जाएगी।

ये है वजह

टीबी और कोविड-19 दोनों बीमारियों के एक जैसे लक्षण हैं। खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ के चलते मरीजों की दोनों जांच करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिला टीबी अधिकारी के अनुसार टीबी और कोरोना संक्रमित मरीजों के फेफड़ों पर असर होता है। मरीज में कोरोना जैसे लक्षण टीबी की बीमारी की वजह से भी हो सकते हैं। ऐसे में इस नियम को लागू किया गया है। अगर मरीज में टीबी मिलता है तो टीबी प्रबंधन के तहत उसका इलाज करवाया जाएगा।

सांस के 980 मरीज, एक को टीबी

जिले में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन पेशेंट यानी सारी और आईएलआई के 980 मरीजों की लिस्ट स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला टीबी विभाग को उपलब्ध करवाई गई थी। इस लिस्ट के तहत जिला टीबी विभाग ने सभी की टीबी की जांच करवाई, जिसमें से सिर्फ एक मरीज में टीबी की बीमारी पाई गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर हफ्ते सांस के मरीजों की सूची टीबी विभाग को उपलब्ध करवाई जाएगी।

इन बातों का रखें ख्याल

घर से बाहर मास्क लगाकर निकलें

पानी अधिक पिएं

हेल्दी डायट लें

आठ से 10 घंटे की नींद लें

सेनेटाइजर का प्रयोग करें

बीमारी होने पर तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

अगर पहले से सांस से संबंधित कोई बीमारी है तो खास सावधानी बरतें

कोरोना वायरस और टीबी के लक्षण लगभग समान हैं। टीबी धीरे-धीरे बढ़ता है। अगर मरीजों में लक्षण आते हैं या उनमें सांस संबंधित दूसरी बीमारियां मिलती हैं तो उनकी टीबी की जांच करवाई जाएगी।

डॉ। एमएस फौजदार, जिला टीबी अधिकारी, मेरठ

Posted By: Inextlive