सड़कों पर रहा सन्नाटा, घरों में अदा की नमाज
ईद पर मस्जिदों में नहीं हुई भीड़भाड़, लोगों ने घरों में रहकर दी मुबारकबाद
लॉकडाउन के बावजूद मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उमड़ी भीड़ मेन रोड तक सीमित निगम की साफ सफाई, जगह-जगह दिखी गंदगी Meerut। शहर में ईद उल अजहा का त्योहार शनिवार को मनाया गया। हालांकि, त्योहार पर कोरोना का असर साफतौर पर दिखाई दिया। शहर की सड़कों पर पुलिस की सख्ती के चलते सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जमकर भीड़ उमड़ी। लोगों ने एक दूसरे के घर जाकर ईद की बधाइयां दीं। हालांकि, कोरोना संक्रमण के चलते के घरों पर ही नमाज अदा की गई। ईदगाह और मस्जिदों पर पुलिस का सख्त पहरा रहा। इस दौरान सड़कों पर बेवजह घूमने वालों पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कार्यवाही भी की। यह सख्ती मेन रोड और चौराहों तक की सीमित रही। गलियों में रही भीड़भाड़बकरीद को लेकर मुस्लिम समुदाय में सुबह से ही उत्साह देखने को मिला। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों समेत पुराने शहर की गलियों में ईद की रौनक रही। बच्चों से लेकर युवा, बुजुर्ग सभी नए कपडे़ पहनकर एक दूसरे को ईद की बधाई देते हुए नजर आए। हालांकि कोरोना का साया त्योहार पर नजर आया। बाजार बंद होने के कारण बाजार में रौनक नही दिखी। वहीं मस्जिदों पर भी मात्र पांच लोगों ने नमाज अदा की। अधिकतर लोगों ने प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार लोगों ने घरों में नमाज अदा की। इसके बाद कुर्बानी की गई।
पुलिस के पहरे में रहा ईदगाह हर साल बकरीद पर शाही ईदगाह में शहर काजी नमाज पढ़ाते हैं, लेकिन करोना संक्रमण को देखते हुए शाही ईदगाह पर नमाज पर सामूहिक नमाज पर रोक लगा दी गई थी। इसलिए लॉक डाउन का पालन कराने के लिए दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह के आसपास दिनभर भारी पुलिस बल तैनात रहा। लोगों को ईदगाह की ओर जाने से पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया। हालांकि, शाही जामा मस्जिद में शहर काजी जैनुस साजिद्दीन ने नमाज पढ़ाई। इस दौरान नमाज में नायब शहर काजी, मस्जिद के मोअज्जिम समेत पांच लोगों ने नमाज पढ़ी। इस दौरान शहरकाजी ने हजरत इब्राहिम के जीवन काल में घटित घटनाओं का जिक्र करते हुए बकरीद के महत्व को बताया। नमाज के बाद खुत्बा पढ़ते हुए शहर काजी ने कहा कि बकरीद का पर्व हमें अल्लाह के हुक्म को मानने का जज्बा प्रदान करता है। सड़कों पर हुई स्टंटबाजीवहीं सख्ती के बावजूद इस बार भी युवाओं में स्टंटबाजी का क्रेज कम नही हुआ। लॉकडाउन के बाद भी शहर की सड़कों पर जगह जगह युवा स्टंट करते दिखे। बाइक पर तीन सवारी बैठाकर सोशल डिस्टेसिंग का मखौल भी उड़ाया गया। वहीं लॉक डाउन के दौरान बाजार बंद होने के बाद भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों समेत शहर के अंदर मोहल्लों की दुकानें खुली रहीं।
गलियों मे दिखी गंदगी इस दौरान नगर निगम द्वारा शहर की साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त रखी गई। शहर की मस्जिदों से लेकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सुबह चार बजे से सफाई नायकों की टीम लगा दी गई थी। पानी के टैंकर से लेकर सड़कों पर चूना डालकर सफाई व्यवस्था बनाई गई। हालांकि यह पूरी व्यवस्थाएं केवल मुख्य सड़कों और चौराहों तक सीमित रही। अंदर पुराने शहर के इलाकों में गंदगी और जलभराव के बीच लोगों को ईद का त्योहार मनाना पड़ा।