Meerut: आपकी बाइक पलभर में गायब हो जाती है. खोजने से भी नहीं मिलती. जब बाइक चोर दबोचे गए तो उनका कनेक्शन अस्पताल के वाहन स्टेंड से निकला था. चोर चोरी करने के बाद बाइक को स्टेंड में खड़ी कर देते थे. यही हाल लुटेरों का है. सिविल लाइन पुलिस ने शातिर लुटेरे दबोचे. जो लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद अपनी बाइक स्टेंड में खड़ी कर देते हैं. पुलिस बदमाशों की तलाश करती है चेकिंग करती है लेकिन कोई हाथ नहीं लगता. देखा जाए तो लुटेरों और चोरों के लिए वाहन स्टेंड मुफीद साबित हो रहे हैं.


ये पकड़े गए
क्राइम ब्रांच और सिविल लाइंस पुलिस की टीम ने रविवार को मुखबिर की सूचना पर मिलेट्री फार्म तिराहा मवाना रोड से पांच बजे अपाची बाइक सवार दो शातिर लुटेरों को दबोचा। पकड़े गए इन बदमाशों की चेकिंग हुई तो इनके पास तमंचा, कारतूस और चाकू मिले। इसके बाद पूछताछ हुई तो ये शातिर लुटेरे निकले। इनमें श्यामपुरी इस्लाम नगर खतौली मुजफ्फरनगर का शौकत उर्फ मौनी पुत्र मुस्तकीम और मंसूरपुर मुजफ्फरनगर का परवेज पुत्र अय्यूब शामिल हैं।

ये फरार हैं
पुलिस के अनुसार इनके तीन फरार साथियों में सरगना फफराना मोदीनगर का संजय उर्फ डोली, जो हाल में गंगापुरम इंचौली एरिया में रहता है, चांदपुर बिजनौर का इंकबाल पसीना उर्फ इसरार और विनोदनगर मधु विहार दिल्ली का दीपक चौहान शामिल हैं। पकड़े गए शौकत उर्फ मौनी और परवेज से पुलिस ने तीन सोने की चेन, चार सोने के कुंडल, दो पाजेब, चार हजार रुपए कैश, एक तमंचा व दो कारतूस, एक चाकू और एक अपाची बाइक बरामद की है.

बड़े शातिर हैं
पुलिस के अनुसार गैंग के सरगना संजय उर्फ डोली पर मेरठ सहित अन्य कई जनपदों में दर्जनों लूट व चेन स्नेचिंग के केस दर्ज हैं। शौकत पर भी दिल्ली व दूसरे राज्यों में एक दर्जन से अधिक लूट के मामले दर्ज हैं। इकबाल पसीना लोगों के पसीने छुड़ा देता है। ये लोग लूट करने के लिए दो बाइकों को इस्तेमाल करते हैं। एक बाइक से लूट करते हैं और उसे किसी भी स्टेंड में खड़ी कर देते हैं। फिर दूसरी बाइक से निकल जाते हैं। पुलिस वाले भी इनको नहीं पकड़ पाते.

यहां की इन्होंने लूट
जब इनसे सख्ती से पूछताछ हुई तो लूट के दर्जनभर मामले खुलकर सामने आए। इन लुटेरों ने दौराला में तीन लूट की वारदातों को अंजाम दिया। सिविल लाइंस में दो लूट की वारदातें कीं। इंचौली, सदर बाजार और लालकुर्ती में कई वारदात को अंजाम दिया। जब भी कोई महिला इनको रिक्शे से आती-जाती दिखाई देती है ये उसका पीछा करते हैं। मौका पाकर या तो उससे लूट कर लेते हैं या फिर तमंचा दिखाकर जेवरात लूटकर ले जाते हैं। इनके लिए वाहन स्टेंड ही सहायक बन रहे हैं। जिनकी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता.

Posted By: Inextlive