बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी को लेकर शासन स्तर से सख्त आदेश

बीस महीने बाद भी नहीं बद्दो का सुराग, नाराज आला अधिकारी

दूसरे राज्यों में मुखबिर तैयार करेगी पुलिस, गांव-गांव जाकर होगी खोजबीन

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पुलिस के साथ कार्रवाई करेगी पुलिस

Meerut । यूपी का मोस्ट वांटेड कुख्यात और ढाई लाख रुपये के ईनामी बदन सिंह बद्दो को गिरफ्तार करने के लिए चार राज्यों की पुलिस जुट गई है। अभी तक यूपी पुलिस पूरी तरह फेल साबित हो चुकी है। हालांकि नए-नए प्लान तैयार पुलिस अधिकारियों के द्वारा किए जा रहे है। पुलिस अब वेस्ट यूपी से बाहर अपना दायरा बढ़ाकर बद्दो की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की तरफ कदम बढ़ाएगी। गांव-गांव जाकर यहां न केवल मुखबिर तंत्र तैयार किए जाएंगे, बल्कि वहां की पुलिस के संपर्क में रहकर बद्दो की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया जाएगा।

अलग-अलग टीमें तैनात

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि बदन सिंह बद्दो को गिरफ्तारी के लिए भी हम पूरा प्रयास कर रहे है। क्राइम ब्रांच, एसटीएफ और थाना पुलिस अलग-अलग टीम काम कर रही है। सर्विलांस से लेकर मुखबिर तंत्र तक सब को अलर्ट किया गया है। दूसरे राज्यों में भी बदन सिंह बद्दो छिपा हो सकता है, ऐसे में वहां की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि आरोपी गिरफ्त में आ सके।

पड़ोसी राज्य में होने की संभावना

पुलिस और एसटीएफ टीम मानती है कि बदन सिंह बद्दो विदेश में नहीं बल्कि देश में ही छिपा है। उसके वेश बदलकर पंजाब और हरियाणा में हो सकता है। इसलिए उसको यहां पर तलाश किया जाएगा। बदन सिंह बद्दो को गिरफ्तारी के लिए अब तक मेरठ पुलिस और यूपी के अन्य जिलों की पुलिस ने केवल वेस्ट यूपी में ही गिरफतारी के लिए प्रयास किया है। वेस्ट यूपी से बाहर जाने की पुलिस ने कोशिश भी नहीं की है। ऐसे में अब अब पुलिस अपना दायरा बढ़ाकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के गांव-गांव जाकर अपना मुखबिर तंत्र को मजबूत करेगी। वहां पर बदन सिंह बद्दो के पोस्टर को भी चस्पा किया जाएगा ताकि बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी की जा सके। वहां गांव-गांव जाकर सर्च अभियान चलाया जाएगा। वहां पर सोशल मीडिया के माध्यम से भी बद्दो का फोटो वायरल करके गिरफ्तारी के लिए सहयोग मांगा जाएगा।

पंजाब में बीता बद्दो का बचपन

पुलिस सूत्रों की माने तो बदन सिंह बद्दो पंजाबी भाषा का अच्छा ज्ञान रखता है। उसका वहां पर लोगों के साथ कनेक्शन भी पुराना है। दरअसल बदन सिंह बद्दो का बचपना वहां पर ही बीता है। वहां पर उसने ट्रक भी चलाया है। ऐसे में वहां की गली-गली की जानकारी भी बद्दो रखता है। उसका वहां पर लोगों से लगातार संपर्क रहता था। यहां पर भले ही बद्दो रह रहा था लेकिन उसकी जान पहचान पूरी पंजाब में ही थी। ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब के साथ-साथ उसकी जानकारी हरियाणा में भी ठीक ठाक है। तो माना जा रहा है कि विदेश से किसी के जरिए पोस्ट डलवाकर बद्दो यहां की पुलिस को गुमराह करना चाह रहा हो और अपना इंडिया में ही ठिकाना बना रखा हो।

21 माह पहले हुआ था फरार

बदन सिंह बद्दो 21 महीने बीत जाने के बावजूद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। न ही बद्दो का बेटा सिकंदर पुलिस के हाथ आया है। 28 मार्च 2019 में कुख्यात बदन सिंह बद्दो फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से गाजियाबाद में पेशी पर आया था। पेशी के बाद पुलिसकíमयों से साठगांठ कर वह मेरठ में दिल्ली रोड स्थित होटल मुकुट महल में पहुंचा था। इस संबंध में थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसकी निगरानी में तैनात फतेहगढ़ पुलिस के दारोगा देशराज त्यागी, संतोष कुमार, सुनील कुमार, राजकुमार, ओमवीर व भूपेंद सिंह को जेल भेजा था, जिनको जमानत मिल चुकी है।

इन्होंने किया था सहयोग

पुलिसकíमयों के अलावा बद्दो के सहयोगी एहतेशाम इलाही, जवाहरलाल व शिशुपाल उर्फ बंटी, व्यापारी सोनू सहगल, लल्लू मक्कड़, डिपिन सूरी व करन पब्लिक स्कूल के निदेशक भानू और पपीत बढ़ला को भी जेल जाना पड़ा था। सभी आरोपी जमानत पर छूट चुके है। इसके बाद 26 नवंबर को गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें डिपिन सूरी और पपीत बढला का नाम शामिल किया गया। इस मामले में दोनों आरोपी कोर्ट में सरेंडर हो गए है। 21 जनवरी को बदन सिंह बद्दो की पंजाबीपुरा स्थित कोठी का ध्वस्तीकरण भी हो चुका है।

Posted By: Inextlive